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अब फिर चलेगी कैटल फ्री सिटी की मुहिम

- फायर बिग्रेड के टेलीफोन नम्बर 101 को बनाया हैल्प लाइन नम्बर- अदालत के आदेश पर जागा नगर परिषद प्रशासन

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श्रीगंगानगर।

आखिर शहर में आवारा घूम रहे आवारा पशुओं से निजात के लिए नगर परिषद प्रशासन ने लंबे समय के बाद फिर से कैटल फ्री सिटी मुहिम शुरू करने का निर्णय किया है। जिला स्थायी लोक अदालत ने पिछले दिनों नगर परिषद को आवारा पशुओं को शहर से मुक्त करने के संबंध में आदेश किया था, इस आदेश की प्रति मिलने के उपरांत बुधवार को आयुक्त सुनीता चौधरी ने इस संबंध में हैल्प लाइन बनाने के निर्देश जारी किए है। आयुक्त चौधरी ने बताया कि फायर बिग्रेड के टॉल फ्री नम्बर 101 या 0154-2470101 पर कोई भी वार्डवासी अपने एरिया में घूम रहे आवारा पशुओं के संबंध में अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।

इस शिकायत का बकायदा वहां रजिस्टर संधारित किया जाएगा। इसके लिए परिषद के कार्मिक और अभियंताओं की डयूटियां लगेगी। जिन वार्डो या मोहल्ले में ऐसे आवारा पशु अधिक है, वहां विशेष टीम आवारा पशुओं की धरपकड़ करेगी। उन्होंने बताया कि अदालत के आदेश की प्रति मिलने के उपरांत इसकी समीक्षा की गई है। पालना रिपोर्ट भी अदालत को दी जाएगी।


सप्ताह में दो दिन होगी पशुओं की धरपकड़

आयुक्त ने बताया कि आवारा पशुओं के संबंध में एक सप्ताह में प्राप्त होने वाली शिकायतों के आधार पर अगले सप्ताह में दो दिन आवारा पशुओं की धरपकड़ की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य अधिकारी की अगुवाई में सफाई कर्मियों की टीम बनाई जा रही है। पकड़े जाने वाले गौवंश को मिर्जेवाला रोड पर स्थित नगर परिषद के नंदीशाला के अलावा सूरतगढ़ रोड पर राजकीय जिला चिकित्सालय के पास गौशाला को खुलवाकर वहां रखवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि आवारा कुत्तों की नसबंदी और गधे व खच्चर पकडऩे के लिए भी इस टीम की ओर से प्रयास किए जाएंगे।

बजट के लिए किए जाएंगे इंतजाम
नगर परिषद आयुक्त की माने तो आवारा पशुओं को पकड़कर उनके चारे की व्यवस्था के लिए बजट की जरुरत होगी। इस बजट के संबंध में जिला प्रशासन को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि परिषद की नंदीशाला का अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है, ऐसे में अगले सप्ताह पंजीयन करवाया जाएगा ताकि राज्य के घोषित बजट के अनुरुप अनुदान सरकार से मिल सके। वहीं गौवंश को अलग अलग गौशालाओं मेें रखने के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से प्रयास करवाया जाएगा।