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सड़क पर बने गडढ़ों पर धरना देकर जताया विरोध

Expressed protest by protesting on the potholes on the road- नगर परिषद और जिला प्रशासन के खिलाफ भाजपाईयों ने की नारेबाजी  

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सड़क पर बने गडढ़ों पर धरना देकर जताया विरोध

सड़क पर बने गडढ़ों पर धरना देकर जताया विरोध

श्रीगंगानगर। शहर की सड़कों की हालत खराब होने पर भाजपाईयों ने रवीन्द्र पथ और दुर्गा मंदिर के पास रमेश चौक पर प्रदर्शन किया। सड़क के बीचोंबीच बने गडढों पर भाजपाईयों ने धरना दिया और नगर परिषद व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान नगर परिषद बोर्ड की नेता प्रतिपक्ष डा. बबीता गौड़, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष संजय महिपाल, नगर परिषद के पूर्व सभापति श्याम धारीवाल, मनीराम स्वामी, अंजू सैनी, प्रताप सिंह शेखावत, प्रदीप धेरड़, पवन माटा, शारदा, चन्द्रशेखर गौड़, रामसिंह रजावत आदि मौजूद थे। इससे पहले गंगासिंह चौक पर जाकर भाजपाईयेां ने नारेबाजी की।
विदित रहे कि इलाके में इतना अधिक विकास हुआ कि शहर की मुख्य मार्गो पर गडढों में तब्दील हो चुकी सड़कें हकीकत बयां कर रही हैं। यह विकास का दूसरा चेहरा हैं जनाब,सिटी ऑफ लेक की सड़क समझ कर सरपट भागने की कोशिश जान लेवा हो सकती है शहर की सड़कों की हालत वैसी नहीं हैं जितनी जिम्मेदार जनप्रतिनिधि कर रहे हैं। गड्ढे में सड़क हैं या फिर सड़क में गड्ढे यह पता भी नहीं चलेगा। इनमें कुछ तो डेंजर जोन के रूप में मुंह बाए खड़ी है। शहर की हालत ऐसी है कि सड़कों पर पिछले एक सप्ताह से जब जब भी बरसात हुई तब तब सड़कों पर लगाए गए पेचवर्क पापड़ की तरह चकनाचूर हो गए। इन गड्ढों वाली सड़कों की हालत ऐसी बन चुकी है कि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी। हास्यास्पद तो यह है कि यह जिला प्रशासन को दिखाई तक नहीं दे रहा और न ही नगर परिषद और यूआईटी को। लाखों खर्च कर बनाई इन सड़कों की दशा और दुर्दशा को देखने वाला कोई नहीं है। दिन के समय में तो गडढों से बचकर सड़क मार्ग को पार किया जा जाता है लेकिन रात का सफर तो बिल्कुल ही नहीं। सुखाडि़या सर्किल, रवीन्द्र पथ गडढों में तब्दील हो गई है। कोतवाली रोड, रेलवे स्टेशन रोड, गगन पथ, तुलसी आचार्य मार्ग, एच ब्लॉक एरिया, पूर्व मंत्री राधेश्याम आवास से लेकर चन्द्रलोक ढाबे तक, वकीलों वाली डिग्गी, सुखाडि़या सर्किल, अंध विद्यालय के सामने विवेकानंद कॉलेानी के लिए जाने वाली मुख्य रोड, अग्रसेननगर चौक से मीरा मार्ग तक, मोती पैलेस से पुरानी आबादी थाने तक, जवाहरनगर सैक्टर दो और तीन की मुख्य रोड, हाउसिंग बोर्ड चौक से जवाहरनगर सैक्टर तीन के मुख्य चौराहे तक, रवीन्द्र पथ से सत्यनारायण बड़ा मंदिर तक रोड भी गडढों से जर्जर हो चुकी हैं।
इस बीच, रवीन्द्र पथ से आवाजाही करने के लिए दुपहिया वाहन पर हैलमेट तो जरूरी हैं ही, इसके साथ साथ गडढों को पार करने के लिए आपके पास प्रशिक्षण भी होना चाहिए। शहर की व्यवस्त कहे जाने वाली इस रोड पर आरयूआईडीपी और नगर परिषद प्रयोगशाला के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं। आरयूआईडीपी ने वाटर लाइन बिछाने के बाद पिछले आठ महीने से दुरुस्त तक नहीं किया। वहीं नगर परिषद प्रशासन ने इस रोड पर बने डिवाइडर को रंग रोगन लगाने और चमकाने के नाम पर ठेकेदारों को निहाल कर गई। सभापति करुणा चांडक इस रोड को पीडब्ल्यूडी का क्षेत्राधिकार बता रही हैं।