पुलिस ने बताया कि हंनुतपुरा गांव निवासी सुरेन्द्र पुत्र रामकुमार कुम्हार ने रिपोर्ट दी कि उसकी शादी करीब सात दिन पहले हनुमानगढ़ निवासी के साथ हुई थी। दुल्हन को लाने के लिए उसके करीब एक लाख रुपए खर्च हो गए। जब दुल्हन बार बार रुपयों की मांग करते हुए गंभीर आरोप में मामला दर्ज कराने की धमकी देने लगी तो पूछताछ की गई तो हकीकत बयां कर दी। उसका कहना था कि वह पहले भी पांच बार शादी कर चुकी है। उसकी सूचना पर पुलिस ने जब जांच की तो पूरे गिरोह का खुलासा हो गया। पुलिस ने इस मामले में हनुमानगढ़ के सुरेशिया बस्ती सतीपुरा निवासी सोनिया उर्फ कर्मजीत कौर पत्नी हैदर अली मुसलमान, गांव नवां निवासी हैदर अली पुत्र शरीफ खां, श्रीगंगानगर मीरा चौक वार्ड 39 निवासी सीमा पत्नी पवन कुमार अरोड़ा को गिरफ्तार किया था। इन तीनो की पूछताछ की गई। इसमें बताया कि गिरोह का मास्टर माइंड हनुमानगढ़ सुरेशिया बस्ती की परमजीत कौर और मुश्ताक अली है। ये दोनेां ही बाहर से लड़कियां लेकर आते है और खुद को उनका परिजन बताकर शादी करते है। इसके एवज में मोटी रकम लेते है।
पुलिस ने जब जांच की तो इस गिरोह की भूमिका सामने आई। इसमें बताया कि यह गिरोह उन ग्रामीणों को लडक़ी दिखाते है जिनकी कुछ समय से शादी नहीं हो रही है। शादी के लिए बकायदा स्टाम्प पर लिखित में दुल्हन और गवाहों के नाम और पते भी अंकित कराए जाते है। ताकि शादी के इच्छुक ग्रामीण को यह विश्वास हो जाएं कि यह परिवार फर्जी नहीं है। पुलिस ने बताया कि दूल्हन बनी लड़कियों को पांच हजार रुपए किराये पर लेकर आते है। दुल्हन को पांच हजार रुपए शादी के समय देते है जबकि दूल्हे के परिजनों से मोटी रकम मास्टर माइंड ही वसूली करते है। पुलिस ने जब हुणतपुरा गांव के सुरेन्द्र कुमार की शादी के समय तैयार किए गए स्टाम्प पेपर देखा तो वहां अंकित पते पर गवाहों और दुल्हन के पते की तस्दीक में फर्जीवाड़ा सामने आया। मास्टर माइंड परमजीत कौर और मुश्ताक अली के ठिकाने पर भी स्थायी नहीं है। वे किराये पर मकान लेकर अपना शिकार करने के बाद भूमितगत हो जाते है। इस मामले में जांच अधिकारी एएसआई हनुमान प्रसाद ने सोमवार को फर्जी दुल्हन बनने वाली नाबालिग को हनुमानगढ़ से निरुद्ध किया है। पुलिस इस मामले में गैंग के सरगना मुश्ताक खान व सहयोगी परमजीत उर्फ पम्मी की तलाश कर रही है।