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सुलेमान की हैड पर किसानों का कब्जा

गंगनहर प्रणाली की बीबी नहर को पूरा पानी देने की मांग को लेकर किसानों ने गुरुवार को सुलेमानकी हैड पर कब्जा कर लिया।

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pawan uppal

May 19, 2017

गंगनहर प्रणाली की बीबी नहर को पूरा पानी देने की मांग को लेकर किसानों ने गुरुवार को सुलेमानकी हैड पर कब्जा कर लिया। किसानों की इस कार्रवाई से जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के हाथपांव फूल गए। हैड से छेड़छाड़ की आशंका के चलते पुलिस को मौके पर भेजा गया। लेकिन किसान पीछे नहीं हटे और नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन जारी रखा। बाद में अधीक्षण अभियंता से मोबाइल फोन पर हुई वार्ता में बीबी नहर की टेल पर हिस्से का पूरा पानी पहुंचाने का आश्वासन मिलने पर किसानों ने हैड से कब्जा हटा लिया।


लेकिन टेल पूरी होने के इंतजार में देर शाम तक हैड पर ही डटे रहे। गंगनहर प्रणाली की बीबी नहर की टेल पर हिस्से का पूरा पानी नहीं पहुंच रहा। नहर बंदी के बाद यह स्थिति बनी है। किसानों का कहना है कि सुलेमानकी हैड को आगे ले जाकर लेवल से नीचा बना दिया गया है, जिससे पोण्ड 9.7 फीट करने पर भी बीबी नहर की टेल पूरी नहीं हो रही। किसान पिछले कई दिनों से इस समस्या के समाधान की मांग जल संसाधन विभाग से कर रहे थे। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। गुरुवार को गंगनहर बचाओ किसान समिति, किसान संघर्ष समिति व कांग्रेस नेताओं की अगुवाई में बीबी नहर के किसान पहले कलक्ट्रेट पहुंचे और जिला कलक्टर को अपनी समस्या से अवगत करवाया।

हैड की जांच कराएंगे

गंगनहर बचाओ किसान समिमि के संयोजक रणजीत सिंह राजू ने बताया कि सुलेमानकी हैड के निर्माण में रही तकनीकी कमी के कारण बीबी नहर के किसानों को पूरा पानी नहीं मिल रहा। जिला कलक्टर से हमने इसकी जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग के अधिकारी हैड निर्माण में तकनीकी कमी की बात स्वीकार नहीं कर रहे, इसलिए सूचना के अधिकार के तहत हैड निर्माण के डाटा लिए जाएंगे और उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।

पूर्व मंत्री अलग से मिले

श्रीगंगानगर. बीबी नहर के कुछ काश्तकार पूर्व मंत्री गुरमीतसिंह कुन्नर के नेतृत्व में जिला कलक्टर से मिले और उनसे पूरा पानी उपलब्ध कराए जाने की मांग की।

कुन्नर का कहना था कि जल संसाधन विभाग की लापरवाही से किसानों को उनके हिस्से का पूरा पानी नहीं मिल रहा है। एेसे में हैड और गेट निर्माण मंे जो भी तकनीकी खामी रही है उसे तुरंत दुरुस्त करना चाहिए।

पूरा नहीं हुआ पानी

अधीक्षण अभियंता से वार्ता के बाद बीबी नहर में पानी बढ़ाया गया। लेकिन शाम तक टेल पर हिस्से का पूरा पानी नहीं पहुंचा था। सुलेमानकी हैड पर मौजूद गंगनहर बचाओ किसान समिति के प्रवक्ता संतवीरसिंह मोहनपुरा ने बताया कि नहर बंदी से पहले बीबी नहर की टेल 4.1 फीट पानी चलने पर टेल पूरी हो जाती थी। लेकिन अब 4.5 फीट पानी चलाने पर भी टेल पूरी नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि हैड पर कब्जे के बाद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बीबी नहर में डिजायन क्षमता से 15 क्यूसेक पानी अधिक चलाया, इसके बाद भी टेल के किसान पूरा मिलने की बात कह रहे हैं।

हैड पर पहुंच कब्जा किया

बीबी नहर क्षेत्र से आए तीन सौ से अधिक किसान बाद में गंगनहर बचाओ किसान समिति के संयोजक रणजीत सिंह राजू, प्रवक्ता संतवीरसिंह मोहनपुरा, कांग्रेस नेता पृथीपाल सिंह संधू और किसान संघर्ष समिति के प्रवक्ता सुभाष सहगल के नेतृत्व में सुलेमानकी हैड पहुंचे और हैड पर कब्जा कर वहां धरना लगा दिया। हैड पर कब्जे की जानकारी मिलने पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। हैड से छेड़छाड़ की आशंका के चलते मौके पर पुलिस को भेजा गया। लेकिन किसानों ने शांतिपूर्वक अपना धरना जारी रखा। किसानों का कहना था कि जब तक बीबी नहर की टेल पर पूरा पानी नहीं मिलेगा तब तक वे हैड पर कब्जा जारी रखेंगे। किसान नेताओं ने हैड पर पहुंचे जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से बातचीत करने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि अब वार्ता अधीक्षण अभियंता से ही होगी।

अधीक्षण अभियंता से वार्ता

हैड पर पहुंचे जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बाद में गंगनहर के अधीक्षण अभियंता से किसाना नेताओं की मोबाइल फोन पर वार्ता करवाई। अधीक्षण अभियंता से टेल पर हिस्से का पूरा पानी दिए जाने का आश्वासन मिलने पर किसानों ने हैड से कब्जा हटा कर धरना समाप्त कर दिया। लेकिन टेल पूरी होने के इंतजार में देर शाम तक हैड पर डेरा डाले रहे।

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