कलक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर अव्वल रहना खुशी की बात है, क्योंकि इससे साबित होता है कि चिकित्सक और स्टाफ संवेदनशील होकर आमजन को लाभान्वित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिर भी हर स्तर पर गर्भवती महिलाओं के प्रति गंभीरता बरती जाए और प्रयास किए जाए कि शत-प्रतिशत प्रसव संस्थागत ही हो।
बैठक में विशेष योग्यजनों के लिए लगने वाले शिविरों पर भी चर्चा की गई। योग्यजनों के प्रमाण पत्र बनाने के संबंध में यदि कोई शिकायत प्राप्त हुई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैठक में मौसमी बीमारियों के संबंध में एंटी लार्वा गतिविधियां करने के आदेश दिए गए। सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल ने कहा कि मुखबिर योजना को लेकर जिले की टीम बेहतर कार्य कर रही है, लेकिन जरूरत है कि निचले स्तर से भी कन्या भू्रण हत्या और भू्रण ***** जांच करने वाले लोगों की सूचना मिले।
उन्होंने यह सूचना सीधे राज्य कंट्रोल रूम या जिला पीसीपीएनडीटी प्रभारी को देने के लिए कहा। इसके अलावा आयरन स्क्रॉज, शिशु स्वास्थ्य, मातृ स्वास्थ्य आदि को लेकर चर्चा की गई। बैठक में आरसीएचओ डॉ. वीपी असीजा, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला, एसीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहत्ता, डीपीएम विपुल गोयल, सीओआईईसी विनोद बिश्रोई, डीएएम सतीश गुप्ता आदि शामिल हुए।