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Rajasthan News: सरहदी गांवों में बढ़ाई सुरक्षा, ग्रामीण बोले- घर छोड़ने के बजाय ‘जंग’ को तैयार

भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ने के साथ ही जिले के सरहदी गांवों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

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श्रीगंगानगर। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ने के साथ ही जिले के सरहदी गांवों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सीमा पर जारी तनाव के मद्देनजर गांवों में रात्रि 8 बजे से ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। गांवों में लाइटें बंद कर पूरी सावधानी बरती जा रही है।

गांवों में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। आसपास के क्षेत्रों में जवानों की तैनाती और निगरानी बढ़ा दी गई है। सोशल मीडिया और टीवी चैनलों के माध्यम से पल-पल की खबरें मिल रही हैं, जिससे ग्रामीण जागरूक हैं। लोगों का मानना है कि युद्ध का खतरा अभी टला नहीं है, लेकिन उनका पूरा भरोसा अपनी सेना और सरकार पर है। लोगों का कहना है कि कभी भी जंग के हालात हो सकते हैं, लेकिन ग्रामीणों का जोश, जुनून व जज्बा देखने वाला है।

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अभी तक पलायन नहीं

ग्राम खाटलबाना के सोहन लाल ने कहा, ‘गुरुवार रात से ही हम अलर्ट हैं। पाकिस्तान से हमले की आशंका से हम सतर्क हैं, लेकिन हमारे जवान पूरी तरह से मुस्तैद हैं। हम उनका समर्थन करते हैं और देश की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार हैं।’गांव मटलीराठान के साहबराम ने बताया, ‘हमने रातभर ब्लैकआउट का पालन किया है। अभी तक पलायन नहीं हुआ है। हमारा भरोसा सेना व सरकार पर है।’ इन गांवों में सामान्य जीवन जारी है, लेकिन सतर्कता का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण बोले - वे अपनी जिमेदारी समझते हैं और किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं।

सीमा पर टिकी नजरें

हर किसी की नजरें सीमा पर टिकी हैं। सरहदी गांव एक एच, मदेरां, दौलतपुरा, खाटलबाना, दुल्लापुर कैरी, रेणूकां पक्का कोठी, सुजावलपुर, हिंदुमलकोट व खखां सहित अन्य ग्रामीण अंचल के लोग सामान्य काम-काज में लगे हुए हैं। हालांकि बॉर्डर एरिया के लोग तैयार है कि कभी भी जंग लग सकती है, इसलिए इनकी पूरी तैयारी भी है, लेकिन कोई किसी प्रकार का खौफ, डर या भय जैस नहीं है। जैसे कई गांवों में लोग अपने घरों और खेतों में सावधानी बरत रहे हैं। उनका कहना है कि उनके देशभक्ति का जज्बा कहीं कम नहीं हुआ है।