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श्री गंगानगर

Policemenगर्मी से बचाव के लिए पुलिसकर्मियों ने लिया जुगाड़ का सहारा

jugaadपुलिस चालकों ने जीपों में लगाए जुगाड़ के पंखे

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heatकार के रेडियटर के पंखे से खा रहे हवा
श्रीगंगानगर. मौसम चाहे सर्दी का हो या गर्मी का, श्रीगंगानगर का नाम अक्सर चर्चा में रहता है। यहां की असहनीय गर्मी तो नानी याद दिला देती है। दिनभर भीषण गर्मी में ड्यूटी करने वाले पुलिस के जीप चालकों ने गर्मी से राहत पाने का देशी तरीका खोजा है। उन्होंने जीप में कबाड़ी से जुगाड़ का पंखा सैट करवा लिया।

प्रयोग सफल रहा है तो दो अन्य जीपों में भी यही पंखा लगाया गया। यह पंखा आगे बैठने वाले दो व्यक्तियों को अच्छी हवा देता है। पंखे पर मात्र तीन सौ रुपए खर्च आया। यह बैटरी से काफी अच्छा चलता है। जब जीप खड़ी रहती है तो बैटरी से इस पंखे को चलाकर गर्मी में कुछ मिल जाती है। जवाहरनगर थाने की जीप में यह पहली बार लगा। इसके बाद सदर थाना व पुरानी आबादी थाने की जीप में भी लगवाया गया।


पुलिस चालक बलजिंद्र सिंह व सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि अधिकारी तो ड्यूटी के दौरान उतरकर चले जाते हैं लेकिन चालक गाड़ी छोडकऱ नहीं जा सकता है। जितनी भी देर गाड़ी खड़ी रहेगी, उतनी देर चालक को गाड़ी में बैठा रहना पड़ता है। जीप में वायरलेस सैट, एमटीडी डिवाइस आदि लगे होते हैं।

ऐसे में भीषण गर्मी से पसीना- पसीना हो जाता है।
एक बार मिस्त्री के यहां जीप मरम्मत कराते समय वहां पड़े कबाड़ पंखे पर गई, जो एकदम चपटा था। यह पंखा कार के रेडियेटर में लगता है। इसको जीप में एंगल पर लगाकर देखा तो कम जगह में फिट हो गया।


इसलिए करना पड़ा जुगाड़
रेडियेटर का पंखा एकदम चपटा है। इसके ऊपर जाली होती है, जिसको हटा दिया। चपटा होने के कारण जीप में यह सिर से नहीं टकराता है। बाजार के पंखे अन्य पंखे लगाकर देखे तो, वे बैठने वाले के सिर पर टकराते हैं, इसलिए इसी पंखे का चुनाव किया गया। इस पंखे से कम से कम पसीने तो सूखते रहते हैं और भीषण गर्मी के दिनों में ज्यादा परेशानी नहीं होती है।

इनका कहना है
पुलिस जीप चालकों ने गर्मी से बचाव के लिए यह जुगाड़ किया है। इलाके में गर्मी तेज पड़ती है। पुलिस की अन्य जीप ड्राइवर भी इसको देखकर लगा सकते हैं ताकि गर्मी में राहत मिल सके।
– आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्रीगंगानगर