इसके लिए पूवज़् में भी सभी श्रमिक संगठन अपने-अपने मांग पत्रों के माध्यम से मुख्यमंत्री को अवगत करवा चुके हैं। इनमें आईटीआई योग्यताधारी कमज़्चारियों को नियुक्ति तिथि से वेतन शंृखंला नंबर तीन ग्रेड पे 2400 दिया जाए, कनिष्ठ अभियंताओं को रोडवेज, माइंस विभाग के समान वेतन शंृखला ग्रेड पे 4800 देने क मांग की गई। अधिमानता के आधार पर हायर सैकंडरी पास तकनीकी कमज़्चारियों को कनिष्ठ लिपिक का पद दिया जाए।
विद्युत निगमों में वेतन शंृखला एक से छह तक कायज़्रत अधिकारी,कमज़्चारियों की पदोन्नति तीन वषज़् में अनिवायज़् रूप से दी जाए एवं वेतन शंृखला दो से छह तक कायज़्रत तकनीकी कमज़्चारियों की वरिष्ठता सूची निगम स्तर पर बनाते हुए सभी निगमों में एक समान पदनाम रखा जाए। विद्युत निगमों में शत-प्रतिशत ठेका प्रथा बंद की जाए एवं ठेकेदारी प्रथा में कायज़्रत कमज़्चारियों को भतिज़्यों में प्राथमिकता देते हुए नियमित
किया जाए।
किया जाए।
राजस्थान विद्युत संयुक्त कमज़्चारी एकता मंच के तत्वावधान में गुरुवार को कमज़्चारियों-अधिकारियों ने विद्युत निगम के एसई कायाज़्लय पर विरोध-प्रदशज़्न करते हुए अधीक्षण अभियंता केके कस्वां को ज्ञापन दिया। इसके बाद एकता मंच के एक शिष्टमंडल ने अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) नख्तदान बारहठ को मुख्यमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन सौंपा। इन मांगों पर कोई कारज़्वाई नहीं होने पर 17 सितंबर से विद्युत भवन जयपुर पर अनिश्चिकालीन महापड़ाव व धरना दिया जाएगा। एकता मंच के जेएस पन्नू,गंगानगर इकाई के अध्यक्ष केएस संधू,पावर इंजीनियर एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद सहारण, महासचिव विकास बिश्नोई व आरवीटीकेए अध्यक्ष दयानंद सहित कमज़्चारी व अधिकारी शामिल हुए। ज्ञापन में कमज़्चारियों की लंबित मांगों के त्वरित निस्तारण की मांग की गई।