27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

श्रीगंगानगर: दोपहर ढाई बजे तापमान 48 पार

-आसमान से बरसे अंगारे, लू से आमजन का हाल बेहाल सड़कों पर कर्फ्यू जैसी स्तिथि

2 min read
Google source verification
rajasthan highest temperature in summer

rajasthan highest temperature in summer

श्रीगंगानगर. जिला मुख्यालय पर मंगलवार को गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस दिन दोपहर ढाई बजे ही तापमान 48 डिग्री सेल्सियस पार हो गया। सुबह 9 बजे ही लू के थपेड़े शुरू होने से दोपहर का एहसास हो रहा था। ग्यारह बजते बजते ही हाल बेहाल हो गया। लोग जरूरी काम से ही घरों से बाहर निकले। दोपहर होते ही सड़कें सूनी हो गई।

बाजार में ग्राहकी ठप हो गई। जिला मुख्यालय से दोपहर में निकली बसों में यात्रियों की संख्या बहुत कम थी। भीषण गर्मी के चलते पशु-पक्षी छांव को तरस गए। पिछले चार-पांच दिन के तापमान में लगातार बढ़ोतरी से जिला चिकित्सालय में लू तापघात से पीड़ित रोगियों की संख्या बढ़ रही है।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को सुबह 8.30 बजे तापमापी का पारा 34.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। जो सोमवार की अपेक्षा 2.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है। सोमवार को श्रीगंगानगर का अधिकतम तापमान 47.1 डिग्री सेल्सियस रहा था जबकि मंगलवार को 2.30 बजे ही पारा 48.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।

यूं बढ़ा तापमान
8.30 बजे 34.5
11.30बजे 45.0
2.30 बजे 48.0
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)

लू के थपेड़ों ने झुलसाया
गजसिंहपुर. भीषण गर्मी व प्रचंड लू के थपेड़ों के चलते आमजन का हाल बेहाल रहा। मंगलवार का दिन भट्टी जैसी तपन लिए रहा जिसके चलते दिनभर सड़कें सूनी रहीं और बाज़ार बेरौनक रहे। प्रातः नौ बजे से ही सूर्यदेव के तेवर तीखे होने शुरू हुए जो दोपहर तक प्रचंड रूप धारण कर गए। तपन लू के चलते गलियों व बाज़ार में अघोषित कर्फ्यू जैसी स्तिथि हो गई। अधिकतर लोग घरों में ए सी, कूलर इत्यादि चलाकर घरों में दुबके रहे। अगर कोई जरूरी कार्य हेतु बाजार आया भी तो वह किसी ठंडी छाया में बैठकर तपन से बचाव करता दिखा।

अधिकतर वाइक सवार या पैदल राहगीर चेहरों पर कपड़ा लपेट कर गंतव्य की ओर जाते दिखे। लू व तपन से निजात पाने के लिए लोग आइसक्रीम, ज्यूस आदि शीतलपेय से गला तर करते दिखे। ज्यूस, कुल्फी, गन्ने के रस की दुकानों पर खासी भीड़ रही। वे समय गुजरने के साथ साथ शीतल पेय से गला तर करते रहे। कस्बे के बस अड्डे पर भी मुसाफिरों की संख्या कम ही रही। प्रचंड गर्मी को देखते हुए लोगों ने अपनी यात्राएं टालने में ही गनीमत समझी।