शिकायत में बनवाली माइनर जल उपभोक्ता समिति अध्यक्ष जोगेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया है कि बीएनडब्ल्यू माइनर एक माह पहले ही सीसी टाइल्स लगाकर नई बनाई गई थी। जो कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए तोड़ दी गई। अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि जल संसाधन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों तथा ठेकेदार के लोगों ने रविवार रात को दस बजे से सुबह चार बजे तक माइनर आरडी नंबर पंद्रह से सत्रह तक तोड़कर साफ कर दी।
आरोपियों ने यहां से रात को ही मलबा भी गायब कर दिया। इससे काश्तकारों को नुकसान पहुंचाया गया है। माइनर तोडऩे को लेकर काश्तकारों में आक्रोश व्याप्त है।
इनका कहना है
नहर में बेंच मार्क होते हैं। यहां लगाए गए बेंच मार्क को किसी ने निर्धारित ऊंचाई से ऊंचा कर दिया था। इसके चलते वहां माइनर ऊंची बन गई। जिसको रविवार शाम को हटा दिया गया। अब सही ऊंचाई की माइनर बनाई जाएगी। किसान इसलिए शिकायत कर रहे हैं कि यदि नहर ऊंची रहेगी तो उनको अधिक पानी मिलता रहेगा।
देवेन्द्र सिंह बराड़, एसडीओ जल संसाधन विभाग सादुलशहर।
इनका कहना है
नहर में बेंच मार्क होते हैं। यहां लगाए गए बेंच मार्क को किसी ने निर्धारित ऊंचाई से ऊंचा कर दिया था। इसके चलते वहां माइनर ऊंची बन गई। जिसको रविवार शाम को हटा दिया गया। अब सही ऊंचाई की माइनर बनाई जाएगी। किसान इसलिए शिकायत कर रहे हैं कि यदि नहर ऊंची रहेगी तो उनको अधिक पानी मिलता रहेगा।
देवेन्द्र सिंह बराड़, एसडीओ जल संसाधन विभाग सादुलशहर।
एक माह पहले सीसी टाइल्स लगाकर बनाई गई बीएनडब्ल्यू माइनर को जल संसाधन विभाग की ओर से रविवार को रातो रात तोड़ दिया गया और उसका मलबा वहां से गायब कर दिया। जिसकी शिकायत समिति अध्यक्ष व ग्रामीणों ने अधिकारियों को की है।
शिकायत में बनवाली माइनर जल उपभोक्ता समिति अध्यक्ष जोगेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया है कि बीएनडब्ल्यू माइनर एक माह पहले ही सीसी टाइल्स लगाकर नई बनाई गई थी। जो कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए तोड़ दी गई।