छात्रों का कहना है कि लापता होने के 6 दिन बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। गौरतलब है कि 17 जनवरी को वार्ड 3 का छात्र कमलदीप पुत्र हनुमान प्रसाद रेगर को स्कूल फीस के लिए स्कूल से घर भेजा गया था। जिसके बाद वो घर नहीं पहुंचा। मामले में 18 जनवरी को मुकदमा दर्ज करवाया गया था। अमर ज्योति पब्लिक स्कूल का यह छात्र कक्षा 12 विज्ञान वर्ग में अध्ययनरत है। स्कूल प्रशासन और पुलिस प्रशासन को मौके पर बुलाकर वार्ता करने की मांग पर छात्रों ने एसडीएम (
SDM ) कार्यालय के बाहर धरना लगाया।
ढाई साल की मासूम को लावारिस छोड़ा
वहीं नागौर जिले के मेड़ता सिटी रेलवे स्टेशन के विश्राम गृह में शनिवार रात्रि कोई अज्ञात परिजन अपनी ढाई वर्षीय मासूम पुत्री को एक थैले में रखे कपड़ों के साथ रामभरोसे छोडकऱ चला गए। तडक़े 4 बजे करीब मासूम के विश्राम गृह में बैठे हुए रोने की आवाज सुनकर नागरिक उसके पास पहुंचे। रोती हुई बच्ची के पास घंटों तक किसी परिजन के नहीं पहुंचने पर नागरिकों ने रेलवे स्टेशन मास्टर, मेड़ता सिटी थाना तथा रेलवे पुलिस को विश्राम गृह में लावारिस बच्ची के होने की सूचना दी।
विश्राम गृह में लावारिस बच्ची की सूचना मिलने पर पहले मेड़ता सिटी थाना पुलिस पहुंची। तथा लावारिस बच्ची को कब्जे में लिया। मेड़ता रोड से जीआरपी (GRP) पुलिस के पहुंचने पर लावारिस बच्ची के परिजनों की तलाशी के प्रयास किए गए। लावारिस बच्ची को देखने सुबह 7 बजे बाद मेड़ता सिटी रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में नागरिक पहुंचने लगे। संभवतय ढाई वर्ष करीब इस लावारिस बच्ची को कोई रेलवे स्टेशन के विश्राम गृह में छोड़ के चला गया। बच्ची के पास एक बैग था रखा हुआ था। जिसमें एक कंबल, एक जोड़ी कपड़े, एक बिस्किट का पैकेट, एक बोतल, तेल की शीशी-कंगी मिली है।