घटना की सूचना मिलने पर श्रीगंगानगर से गुरुवार अलसुबह चार बजे फोरेंसिक टीम सिटी थाना पहुंची और साक्ष्य जुटाए। वहीं गुरुवार सुबह जिला कलक्टर डॉ. मंजू, एएसपी रघुवीर, एडीएम कन्हैयालाल सोनगरा, एसडीएम संदीप काकड़ सिटी थाना पहुंचे। मामले की न्यायिक जांच के लिए सूरतगढ़ अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दीपेंद्र मीणा सिटी थाना में पहुंचे और पुलिस तथा परिजनों के अलग-अलग बयान दर्ज किए। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए श्रीगंगानगर से एएसपी स्पेशल सैल रामेश्वर, सीओ श्रीगंगानगर, कुलदीप वालिया, सीओ ग्रामीण राहुल यादव के साथ हनुमानगढ़ जिला सीओ रणवीर सांई, सीओ रमेश माचरा सहित अन्य पूर्व में यहां पदस्थापित पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। विधायक डूंगरराम गेदर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष परसराम भाटिया भी सिटी पुलिस थाना पहुंचे और पुलिस अधिकारियों तथा मृतक के दादा मनीराम कुलड़िया से बात की।
रजाई के कवर से फंदा बनाकर की आत्महत्या
जानकारी के अनुसार अपहरण व हत्या के मामले में वांछित गांव डीडवाना निवासी नरेश उर्फ नरसी पुत्र पालाराम को सिटी पुलिस ने बुधवार शाम को उसके गांव से गिरफ्तार किया था। आरोपी को पुलिस बैरक में अन्य तीन जनों के साथ रखा गया था। पुलिस के अनुसार नरेश ने बुधवार रात्रि करीब दो बजे रजाई के कवर का एक हिस्सा फाड़कर फंदा बना लिया। इसके बाद वह करीब चार फीट ऊंचे जंगले से फंदा बांधकर अपने घुटने मोड़कर लटक गया। जिससे उसकी मौत हो गई। मौके पर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रात्रि करीब 1 बजकर 50 मिनट पर ही संतरी बैरक चैक करके गया था। जब संतरी 2 बजे वापिस जांच के लिए आया तो नरेश फंदे से लटका मिला। पुलिस की मानें तो महज दस मिनट में यह घटनाक्रम हुआ, इस दौरान हवालात में बंद अन्य जने नींद में थे। जिसके बाद सिटी पुलिस ने घटनाक्रम की जानकारी पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों व मृतक के परिजनों को दी। राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया गया।
तीन माह से फरार चल रहा था आरोपी, कल ही हुई थी गिरफ्तारी
जानकारी के अनुसार गत 13 अगस्त को चक चार एसएमआर सोमासर निवासी अशोक कुमार (22) पुत्र लालचंद अपने दोस्त सूरतगढ़ के वार्ड पांच निवासी नरेश पुत्र कालूराम के साथ सोमासर से अपने ननिहाल किशनपुरा ढाणी आ रहा था। शाम करीब साढ़े सात बजे किशनपुरा ढाणी के पास दो स्विफ्ट कारों में आए मनोहर सिह, महेन्द्र सिंह, सुनील, अमन राजपूत, संदीप राजपूत, जीतू राजपूत, नौरंग, हनी राजपूत, कमल निर्वाण सहित एक दर्जन हमलावरों ने अशोक का पिस्तौल की नोंक पर अपहरण कर हथियारों के साथ मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया। बाद में आरोपी घायल युवक को गांव भोजेवाला में एक मेडिकल स्टोर के सामने कार से फेंक कर भाग गए। घायल युवक की श्रीगंगानगर में उपचार के दौरान मौत हो गई। अपहरण व हत्या के इस मामले में सिंगरासर पंचायत के गांव डीडवाना निवासी नरेश उर्फ नरसी पुत्र पालाराम तीन माह से फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार मृतक पर पहले भी आर्म्स एक्ट सहित चार मामले दर्ज हैं।