अभी बांधों के भराव का समय चल रहा है। इसमें पानी की आवक अच्छी होनी चाहिए थी। लेकिन इस बार अब तक के हालातों को देखते हुए स्थिति विकट होने के संकेत दे रही है। बांधों में पानी की आवक की स्थिति को देख भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने भी तीनों राज्यों को अपनी चिंता से अवगत करवा दिया है।
बांधों में पानी की आवक के सम्बंध में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड ने जो तुलनात्मक आंकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार 1 मार्च से 19 जुलाई तक भाखड़ा बांध के जलाशयों में पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 993247 क्यूसेक डेज कम पानी की आवक हुई है। इसी प्रकार पोंग बांध के जलाशयों में 518065 क्यूसेक डेज कम पानी की आवक हुई है। बीबीएमबी के अनुसार पोंग और भाखड़ा बांधों के जलाशयों में पिछले साल की तुलना में इस बार 19 जुलाई तक क्रमश: 80 और 38 प्रतिशत कम पानी की आवक हुई है।
बांधों का जलस्तर
बीबीएमबी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार अभी पोंग बांध का जलस्तर पिछले वर्ष की तुलना में 36.88 फीट तथा भाखड़ा का 72.02 फीट कम है। बांधों के भराव का समय 21 मई से 20 सितम्बर तक होता है। इस हिसाब से भराव का आधा समय बीत चुका है। अब स्थिति में सुधार तभी होगा जब जुलाई में बांधों के जलग्रहण क्षेत्रों में भरपूर बारिश हो और उसके बाद अगस्त और सितम्बर में बर्फ पिघलने से पानी की आवक अच्छी होगी।
बांधों का जलस्तर पोंग बांध भाखड़ा
1 जुलाई 2017 1300.07 फीट 1570.90 फीट
1 जुलाई 2018 1283.48 फीट 1493.37 फीट
20 जुलाई 2017 1328.57 फीट, 1603. 56 फीट
20 जुलाई 2018 1289.23 फीट 1523.98 फीट