श्रीगंगानगर। पंचायती राज विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में बैठक लेकर पंचायती राज विभाग की सभी योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के संबंध में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के जिला समन्वयक से सवाल किए तो जवाब संतोषजनक नहीं आया तो वे खरी खरी सुनाने लगे। जैन ने यहां तक बोला कि कौनसी मिट्टी के बने हो तुम, हमारी बात समझ में नहीं आती है क्या। यह सुनकर पूरे सभागार में सन्नाटा छा गया।
जैन ने सकारात्मक सोच के साथ ग्रामीण क्षेत्र में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लान बनाने की बात कही लेकिन अधिकांश अधिकारी दवाब देकर अपने अधीनस्थ कार्मिकों से यह काम करवाने के बारे में बताने लगे। इस पर जैन उखड़े और नसीहत दी कि काम करने के लिए सकारात्मक पहलू पर भी गौर करना चाहिए। पंचायत समिति के विकास अधिकारियों को स्वच्छ भारत मिशन के तहत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में नियमित रूप से गंभीरतापूर्वक कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग भी हो।
बैठक में 15 वें वित्त आयोग एवं छठे राज्य वित्त आयोग की स्वीकृतियां एवं भुगतान की समीक्षा, स्वच्छ भारत मिशन योजना एसएलआरएम की डीपीआर, सीएससी की प्रगति और आईएचएचएल भुगतान की समीक्षा, राजीव गांधी जल संचय योजना में स्वीकृत कार्यों की पूर्णता और समायोजन की समीक्षा करते हुए जैन ने जिले में स्वामित्व योजना के तहत अब तक हुए कार्य के लिये अधिकारियों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना के तहत जिले में बहुत अच्छा काम हुआ है, शेष कार्य भी जल्द पूर्ण किया जाये। योजना के तहत सीमावर्ती गांवों का जिक्र आने पर उन्होंने निर्देश दिये कि संबंधित जानकारी लिखित रूप में दी जाये ताकि उसे उच्च स्तर पर आगामी कार्यवाही के लिये भिजवाया जा सके।
स्वच्छ भारत मिशन, ओडीएफ और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर चर्चा करते हुए श्री जैन ने कहा कि इसके लिये गांवों में प्रभावी कार्ययोजना बनाकर गंभीरतापूर्वक काम करने की आवश्यकता है। घरों और दुकानों से कचरा उठाव के साथ-साथ उसका प्रबंधन भी समुचित तरीके से किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि जिले के प्रत्येक गांव में सॉलिड वेस्ट का मैनेजमेंट बेहतर तरीके से करना है, संबंधित अधिकारी और टीम इस बात का विशेष ध्यान रखें। इस काम में लापरवाही नहीं की जाये।
इस दौरान गंगानगर पंचायत समिति के विकास अधिकारी जितेन्द्र खुराना ने प्रेजेंटेशन के जरिये 3 वाई ग्राम पंचायत में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की शुरूआत और उसके तहत घर-घर से हो रहे कचरा उठाव की जानकारी दी।
इस पर जैन ने निर्देश दिये कि प्रत्येक गांव में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कार्य किया जाये और उसका रिकॉर्ड भी समुचित तरीके से संधारित किया जाये। आरम्भ में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत अगर ग्रामीणों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी तो वे कुछ समय के बाद नियमित रूप से मासिक सहयोग राशि भी देने को तैयार रहेंगे। प्रभावी कार्ययोजना और नियमित मॉनिटरिंग होगी तो न केवल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में सुधार होगा बल्कि इससे प्राप्त राशि का उपयोग सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को बेहतर बनाने में किया जा सकेगा।
इस अवसर पर आईएचएचएल, सीएचसी पर चर्चा करते हुए जैन ने निर्देश दिये कि गांवों में जगह चिन्हित करते हुए खिलाड़ियों के अभ्यास के लिये ट्रैक बनाये जायें। ग्रामीणों को प्रेरित करते हुए लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट को बेहतर करने के सुझाव देते हुए जैन ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायती राज विभाग की सर्वाधिक महत्वपूर्ण कड़ी पंचायत समिति होती है, इसलिये विकास अधिकारी अपनी भूमिका समझते हुए विभागीय योजनाओं की क्रियान्विति ग्रामीणों के हितों के लिये करना सुनिश्चित करें। यह कड़ी मजबूत होगी तो न केवल सरकारी योजनाओं की क्रियान्विति गुणवत्तापूर्ण तरीके से होगी अपितु इसका लाभ भी अधिकाधिक रूप में ग्रामीण क्षेत्रों एवं ग्रामीणों तक पहुंच पाएगा।
बैठक में जिला कलक्टर सौरभ स्वामी और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुहम्मद जुनैद ने भी विकास अधिकारियों को विभागीय योजनाओं में उत्तरोतर प्रगति के लिये कार्य करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस प्रतीक जुईकर, एसीईओ वैभव अरोड़ा, विकास अधिकारी विनोद रैगर, एक्सईएन रमेश मदान आदि मौजूद थे।