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कक्षा 10 की छात्रा की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप, मचा हड़कंप

Sukam News: सुकमा जिले के गादीरास कन्या प्री मैट्रिक आश्रम में अध्ययनरत कक्षा 10वीं की छात्रा अंजली कश्यप (15) की इलाज के दौरान मौत हो गई।

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कन्या प्री मैट्रिक आश्रम की छात्रा की इलाज के दौरान मौत (फोटो सोर्स- पत्रिका)

कन्या प्री मैट्रिक आश्रम की छात्रा की इलाज के दौरान मौत (फोटो सोर्स- पत्रिका)

CG News: सुकमा जिले के गादीरास कन्या प्री मैट्रिक आश्रम में अध्ययनरत कक्षा 10वीं की छात्रा अंजली कश्यप (15) की इलाज के दौरान मौत हो गई। रविवार देर रात पेट दर्द की शिकायत के बाद उसकी तबीयत बिगड़ी थी। परिजनों और आश्रम प्रशासन की मदद से पहले गादीरास स्वास्थ्य केंद्र और फिर जिला अस्पताल सुकमा में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान बुधवार शाम 4 बजे छात्रा ने दम तोड़ दिया।

मिली जानकारी के अनुसार आश्रम अधीक्षिका रेखा अग्रवाणी ने बताया कि रविवार रात करीब 10 बजे अंजली को अचानक पेट दर्द हुआ और वह बाथरूम की ओर गई। इसी दौरान उसकी हालत बिगड़ने पर परिजनों को सूचना देकर उसे अस्पताल ले जाने का प्रयास किया गया। बताया गया कि गादीरास स्वास्थ्य केंद्र का मुख्य दरवाजा रात में बंद था। काफी देर कोशिश के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद नजदीक के आयुर्वेदिक डॉक्टर आर.के. भोई को बुलाकर प्राथमिक उपचार कराया गया। डॉक्टर ने जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। परिजन अंजली को सोनाकुकानार स्थित घर ले गए और अगले दिन सोमवार को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।

परिजनों में लगाया ये आरोप

परिजनों का आरोप है कि इलाज शुरू होने से पहले पर्ची बनाने की प्रक्रिया में 3 घंटे से अधिक समय लग गया। इलाज शुरू होने के बाद छात्रा की हालत में सुधार हुआ और वह परिजनों से बातचीत भी कर रही थी। लेकिन बुधवार को अचानक हालत बिगड़ गई और शाम करीब 4 बजे उसकी मौत हो गई। अंजली की मौत की खबर से परिजनों और साथी छात्राओं में शोक की लहर है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और उन्होंने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।

बीपी लो होने से उसकी हालत बिगड़ी

मंडल संयोजक सोमनाथ बघेल ने बताया कि इलाज कर रहे डॉक्टर से जानकारी ली गई। डॉक्टर ने बताया कि परिजनों द्वारा छात्रा को लेटे हुए अवस्था में पेज पिलाया गया था, जिससे उल्टी होने पर सांस नली में चला गया और बीपी लो होने से उसकी हालत बिगड़ गई। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। इस घटना ने आश्रम व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।