Naxal News: जिला सुकमा में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान और छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का असर अब स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है। 12 जुलाई 2025 को नक्सल संगठन से जुड़े कुल 23 नक्सलियों, जिनमें 9 महिलाएं भी शामिल हैं, ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। इन सभी नक्सलियों पर कुल मिलाकर 1 करोड़ 28 लाख रुपए का इनाम घोषित था। उन्होंने नक्सल संगठन की अमानवीय विचारधारा, भेदभावपूर्ण रवैये और शोषण से तंग आकर आत्मसमर्पण किया।
यह आत्मसमर्पण छत्तीसगढ़ सरकार की ‘नियद नेल्ला नार’ योजना तथा सुरक्षा बलों के कैम्पों की अंदरूनी क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति से प्रभावित होकर किया गया। इन नक्सलियों ने संगठन की अमानवीय, शोषणकारी और भेदभावपूर्ण गतिविधियों से तंग आकर हिंसा का रास्ता छोड़ने का फैसला लिया।
Naxal News: आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने बताया कि बाहरी नक्सलियों द्वारा स्थानीय आदिवासियों के साथ भेदभाव किया जाता है। संगठन के भीतर शोषण, अत्याचार और अमानवीय व्यवहार से वे मानसिक रूप से टूट चुके थे। सुरक्षाबलों के कैम्प बनने से इलाके में विकास और सुरक्षा की भावना आई है। उन्हें शासन की योजना और पुनर्वास नीति से नई शुरुआत की उम्मीद मिली है।