
Sukma Naxal: पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर फोर्स को नक्सलियों द्वारा डंप की गई सामग्री का बड़ा जखीरा मिला है, जिसमे विस्फोटक सामग्री के साथ पहली बार तीन नग स्नाईपर जैकेट भी बरामद हुए हैं। पुलिस के मुताबिक नक्सली स्नाईपर जैकेट (Sukma Naxal) का उपयोग सुरक्षा बलों पर छुप कर हमला करने के लिए करते हैं। यह जैकेट विशेष प्रकार की होती हैं जिसका उपयोग विशेष परिस्थितियों में जवान करते हैं। नक्सलियों के पास से यह जैकेट मिलने से पुलिस भी हतप्रभ है।
सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत जिले के गोलापल्ली थाना क्षेत्र में नक्सलियों की लगातार उपस्थिति की सूचना पर गुरुवार को डीआरजी, बस्तर फाईटर सुकमा एवं 206, 207, 208 कोबरा वाहिनी की संयुक्त पार्टी विशेष नक्सल विरोधी अभियान (Sukma Naxal) हेतु ग्राम कंगालतोंग व आसपास क्षेत्र की ओर रवाना हुए थे कि अभियान के दौरान गुरुवार को प्रातः लगभग 09ः45 बजे ग्राम कंगालतोंग के जंगल में नक्सली मौजूद थे वे पुुलिस पार्टी को देखकर नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग गए।घटनास्थल की सर्चिंग करने पर वहां नक्सलियों द्वारा छुपाकर रखे गये स्नाईपर जैकेट सेट, विस्फोटक, कारतूस व अन्य नक्सली सामाग्री बरामद की गई।
स्नाईपर जैकेट सेट 03 नग, बीजीएल सेल बड़ा 02 नग, बीजीएल सेल छोटा 05 नग, एके-47 रायफल के जिंदा राउण्ड 10 नग, 303 रायफल के जिंदा राउण्ड 10 नग, बैटरी चार्जर क्लिप 03 नग, एचआईडब्ल्यू बैटरी 02 नग, इंजेक्शन आईडी 01 नग, कनेक्टर लीड वायर 02 नग, प्लास्टिक बॉक्स 02 नग, बिजली बोर्ड 01 नग, भरमार बैरल (पुराना) 01 नग, पेंसिल सेल 05 नग, नक्सल दैनिक दस्तावेज मय दफ्ती, लकड़ी स्पाईक 07 नग, काम्बेट वर्दी कपड़ा लगभग ढाई मीटर, स्टेपलर मय पिन 02 नग, साबुन 09 नग, सेलो टेप भूरे रंग का 01 नग, स्टील प्लेट 02 नग, बैग 02 नग, दैनिक उपयोगी कपड़ा, नक्सली अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद किया।
एसपी ने बताया कि स्नाईपर जैकेट पहली बार नक्सली ठिकाने से बरामद हुए है। यह जैकेट काफी हल्के है जो कि विशेष पॉलिस्टर कपड़े के बनाए जाते है। इनका रंग हरा है इसलिए नक्सली इसका उपयोग सुरक्षा बलों पर हमला के दौरान आसानी से छुपने के लिए करते हैं। दूर से इसे पहचानना भी आसान नहीं होता है।
जिसकी वजह से जवानों को नक्सलियों के छुपे होने की भनक लगा पाना मुश्किल होगा है। इस प्रकार के जैकेट आतंकवादी अक्सर जम्मू कश्मीर के इलाके में करते हैं। नक्सल (Sukma Naxal) संगठन द्वारा इनका प्रयोग करना पुलिस के लिए चिता का विषय है यह नक्सलियों की बदलती रणनीति का भी परिचायक है।
नारायणपुर जिले के कुतुल इलाके में एरिया डोमिनेशन के लिए निकले जवान नक्सलियों के प्लांट किए गए आईईडी के चपेट में आ गए। विस्फोट होने के कारण स्प्लिंटर लगने से आईटीबीपी के दो जवान घायल हुए हैं। इन जवानों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
जवानों की हालत सामान्य बनी हुई है। शुक्रवार की सुबह मोहन्दी कैम्प से आईटीबीपी 53वीं वाहिनी के जवान एरिया डोमिनेशन के लिए निकले थे। सुबह 6 बजे जंगल में आईईडी ब्लास्ट हो गया। इस ब्लास्ट की चपेट में आने से आईटीबीपी 53वी वाहिनी के असिस्टेंट कमांडर राजेन्द और कॉन्स्टेबल नारद घायल हो गए।
नक्सलियों के लगाए प्रेशर आईडी की चपेट में आने से डीआरजी जवान लच्छु कड़ती घायल हो गया। जवान को बीजापुर जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जवान मद्देड़ (Sukma Naxal) के बन्देपारा में एरिया डोमिनेशन पर निकले थे, तभी जवान प्रेशर आईडी की चपेट में आ गया। राहत की बात यह रही कि जवान की जान बच गई और उसे मामूली चोटे आई है। बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने घटना की पुष्टि की है।
Published on:
15 Jun 2024 08:39 am
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