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Chandra Grahan 2020 : इन राशि के जातकों के लिए अशुभ है यह चंद्रग्रहण, ऐसे बचें ग्रहण के प्रभाव से

- ब्रह्मांड की एक खगोलीय घटना है चंद्रग्रहण, मानव जीवन पर इसका पड़ता है असर- वर्ष 2020 का अंतिम चंद्रग्रहण 30 नवम्बर को दोपहर एक बजे से होगा शुरू

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सोमवार यानी 30 नवंबर को वर्ष का आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
सुलतानपुर. सोमवार यानी 30 नवंबर को वर्ष का आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को पड़ने वाला यह ग्रहण रोहिणी नक्षत्र और इस बार वृषभ राशि में लगने वाला है। चंद्र ग्रहण ब्रह्मांड की एक खगोलीय घटना है और यह पृथ्वी से मीलों दूर घटित होती है, बावजूद मानव जीवन पर इसका असर पड़ता है। वर्ष 2020 में पड़ने वाले अंतिम चन्द्र ग्रहण के बारे में बता रहे हैं आचार्य डॉ. शिवबहादुर तिवारी।

आचार्य डॉ. शिवबहादुर तिवारी ने बताया कि चाहे सूर्यग्रहण हो या चन्द्रग्रहण, हर प्रकार के ग्रहण से राशि के अनुसार लोग प्रभावित होते हैं। ग्रहण के दौरान चंद्रमा से निकलने वाली प्रदूषित किरणों का भी प्रभाव जीवन पर पर होता है। इतना ही नहीं ग्रहण का सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर होता है। चंद्रमा मन का कारक माना जाता है, इसलिए चन्द्रग्रहण का सबसे ज्यादा असर व्यक्ति के मन पर पड़ता है। आचार्य ने बताया कि 30 नवम्बर को साल के अंतिम चन्द्रग्रहण का कोई सूतक काल नहीं होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिस ग्रहण का कोई सूतक काल नहीं होता, वह ज्यादा प्रभावशाली नहीं होता।

इस समय होगा चन्द्रग्रहण
आचार्य डॉ. शिवबहादुर तिवारी ने बताया कि साल 2020 के अंतिम ग्रहण का समय दोपहर 01 बजकर 04 मिनट पर एक छाया से पहला स्पर्श। दोपहर 03 बजकर 13 मिनट पर परमग्रास चंद्रग्रहण होगा। शाम 05 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।

ग्रहण के प्रभाव से कैसे बचें
आचार्य ने बताया कि चंद्रग्रहण के कुप्रभाव से बचने के लिए ओम् श्रीकृष्णाय नमः का जाप श्रेष्ठ रहेगा। भगवत उपासना कर चन्द्रग्रहण के कुप्रभाव से काफी हद तक बचा जा सकता है।

किस राशि के लिए अशुभ है यह चंद्र ग्रहण
आचार्य ने बताया कि चंद्रग्रहण वृष राशि में पड़ने वाला है। ऐसे में इसका सर्वाधिक प्रभाव वृष राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा। इस राशि के जातक को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। चन्द्रमा मन व माता का कारक होने से उन्हें अपनी माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। साथ ही साथ स्वयं को मानसिक तनाव से दूर रखना होगा। वृषभ राशि पर होने से कृष्ण मन्त्र लाभदायक है। इस दौरान गर्भवती स्त्रियां ग्रहण के दोरान बाहर न निकलें। ग्रहण से पूर्व सभी भोजन में तुलसी पत्ता जरूर डाल दें या पहले ही भोजन कर लें। ग्रहण के बाद स्नान करके ही कोई शुभ कार्य करें।

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