
आधार कार्ड बनवाने के लिए 5 वर्ष तक के बच्चों के फिगर प्रिंट और आइरिस स्कैन की कोई जरूरत नहीं होती
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
सुलतानपुर. 'आपकी पहचान-आपका आधार'। देश के किसी भी व्यक्ति की पहचान उसका आधार कार्ड (Aadhar Card) होता है। कोई भी सरकारी और गैर सरकारी कार्य के लिए और व्यक्ति की पहचान के लिए आधार कार्ड ही आईडी के रूप में मांगा जाता है। फिर चाहे वह सरकारी कार्यालय हो, स्कूल या अस्पताल हो, बैंक खाता या कोई भी सरकारी काम हो। आधार कार्ड बनवाने के लिए बहुत सारी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, विशेष तौर पर छोटे बच्चों का आधार कार्ड (Baal Aadhar Card) बनवाने के लिए काफी पापड़ बेलने पड़ते हैं। छोटे बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाएं, इस बारे में सुलतानपुर संवाददाता राम सुमिरन मिश्र ने बात की, सुलतानपुर पोस्ट ऑफिस के हेड पोस्टमास्टर अनिल कुमार से।
हेड पोस्टमास्टर ने बताया कि आधार कार्ड बनवाने के लिए व्यक्ति के सभी विवरणों को शामिल किया जाता है, जैसे कि आंख की बायोमेट्रिक विवरण में आंख की रेटिना का प्रिंट, सभी 10 अंगुलियों का प्रिंट और जनसांख्यकीय विवरण में आपके दस्तावेजों का विवरण शामिल होता है। बच्चे हों या बड़े सरकार ने आधार कार्ड बनवाना सभी के लिए आवश्यक कर दिया है। यहां तक की आप नवजात शिशु का भी आधार कार्ड बनवा सकते हैं। यह जानकारी जिले के प्रधान डाकघर के हेड पोस्टमास्टर अनिल कुमार ने दी।
90 दिनों में बनकर आ जाता है आधार कार्ड
हेड पोस्टमास्टर ने बताया कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए किसी नजदीक के आधार पंजीकरण केंद्र पर जाना होगा। आधार पंजीयन केंद्र (पोस्ट ऑफिस, अधिकृत बैंक या साइबर कैफे) पर जाकर बच्चे के माता-पिता का आधार कार्ड नम्बर देकर आवेदन फॉर्म भरना पड़ेगा। माता-पिता के आधार नम्बर के अलावा बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र एवं उसकी फोटो देनी होगी। उन्होंने बताया कि यदि बच्चा 5 साल से कम उम्र का है तो उसके फिगर प्रिंट और आइरिस स्कैन की कोई जरूरत नहीं होती। सारी फॉर्मेलिटी पूरी करने के 90 दिनों के भीतर आधार कार्ड बनकर रिसीव हो जाता है।
Updated on:
19 Dec 2020 04:46 pm
Published on:
19 Dec 2020 12:54 pm
बड़ी खबरें
View Allसुल्तानपुर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
