
Kisan Credit Card
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
सुलतानपुर. खेती से जुड़ा कोई भी व्यक्ति जिसके नाम खतौनी दर्ज है। किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनवा सकता है। बशर्ते, उसकी खतौनी किसी बैंक अथवा किसी संस्था के पक्ष में बंधक नहीं हो। किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) के जरिए किसानों को जरूरत पड़ने पर कम ब्याज दर पर लोन आसानी से मिल सकता है। किसानों को इस कार्ड के जरिए बिना गारंटी और सिक्योरिटी के 1.60 लाख रुपये तक का लोन मिलता है। किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए बैंक से अधिकतम पांच लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकता है। किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए न सिर्फ आसान शर्तों पर कर्ज मिलता है, बल्कि ब्याज में भी बड़ी छूट मिलती है। जिस बैंक में किसानों का पहले से ही अपना खाता हो, उस बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने में आसानी रहती है। आवेदन के 15 दिनों में किसान कार्ड बनकर तैयार हो जाता है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से इन दिनों देश के उन सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए जा रहे हैं, जो पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी हैं। केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर पैकेज के तहत देश के करीब 1.5 करोड़ किसानों को क्रेडिट कार्ड इश्यू कराया है। बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के किसान Kisan Credit Kard का फायदा उठा रहे हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा सुलतानपुर के शाखा प्रबंधक आरपी पांडेय ने बताया कि किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए जरूरी दस्तावेज तैयार कराकर बैंक मैनेजर से मिलकर या फिर ऑनलाइन आवेदन कर किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने में सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज खतौनी की (61ख) की प्रमाणित नकल होती है। किसान अपनी खतौनी की (61ख) की नकल तैयार कराकर बैंक के जरिये या फिर सीधे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
कौन बनवा सकता है किसान क्रेडिट कार्ड
- कोई भी किसान जिसके नाम खतौनी है, वह किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनवा सकता है
- आवेदक की उम्र न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 75 साल होना चाहिए
- किसान की खतौनी किसी बैंक या संस्था के पास बंधक नहीं होनी चाहिए
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने से पहले जरूरी बातें
आईडी प्रूफ के सबसे पहले खतौनी 61(ख) बनवा लें। आईडी प्रूफ के तौर पर पहचान पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस जरूरी हैं। एड्रेस प्रूफ के लिए वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, आधार या ड्राइविंग लाइसेंस में से कोई एक दस्तावेज दिखाना होगा। जरूरी कागजात लेकर सीधे बैंक प्रबंधक से सम्पर्क कर किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकते हैं। या फिर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
वर्ष 1998 में शुरू हुई थी यह योजना
किसान क्रेडिट कार्ड की योजना वर्ष 1998 से शुरू हुई थी। इसका मकसद किसानों को बिचौलियों से बचाना और मुश्किल समय में लोन मुहैया कराना है। क्रेडिट कार्ड के लोन के ब्याज पर भारत सरकार 2 प्रतिशत सब्सिडी दे ही है। साथ ही सही समय पर लोन चुकाने वालों को सरकार की तरफ से 3 प्रतिशत की प्रोत्साहन छूट भी दी जाएगी। क्रेडिट कार्ड का सालाना ब्याज 4 फीसदी होता है।
Published on:
03 Nov 2020 12:23 pm
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