
Poorvanchal Expressway : पूर्वांचल एक्सप्रेस वे भारी बारिश से धंसा, यूपीडा में हड़कंप मचा
लखनऊ से बलिया तक जाने के लिए बनाए गए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का 16 नवंबर 2021 में सुलतानपुर जिले के करवल खीरी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उद्घाटन किया था। अभी पूरे एक वर्ष नहीं बीते हैं पूर्वांचल एक्सप्रेसवे धंस गया। लगातार भारी बारिश की वजह से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे सुल्तानपुर में हलियापुर थाने के 83वें किमी के पास धंस गया। एक्सप्रेसवे पर पांच फीट की चौड़ाई का करीब 10 फीट गड्ढा हो गया। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे धंसने की सूचना पर यूपीडा में हंगामा मच गया। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की मजबूती का दावा करने वाली यूपीडा की पोल खुल गई।
शुक्रवार सुबह तक सड़क का गड्ढा भरा
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के हलियापुर क्षेत्र में हुए करीब 15 फीट के गढ्ढे में लखनऊ से आ रही कार घुस गई। पीछे आ रही कई गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। कार सवार लोगों को मामूली चोटें आईं। बृहस्पतिवार रात में ही यूपीडा ने क्रेन व जेसीबी भेज कर मरम्मत कार्य शुरू करवाया। साथ ही बड़े वाहनों का आवागमन रोककर छोटे वाहनों को कॉशन पर बगल से निकलवाया। शुक्रवार की सुबह तक सड़क का गड्ढा भर दिया गया। मौके पर हलियापुर पुलिस व यूपीडा के अधिकारी डटे रहे। इस बीच पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आ रहे वाहनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे क्या है जानें
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 341 किमी लम्बा है। इसे बनाने में 22,497 करोड़ रुपए की लागत आई है। इस पर टोल टैक्स भी वसूला जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे नौ जिलों को कवर करता है। यह लखनऊ , बाराबंकी , अमेठी , सुलतानपुर , अयोध्या , अंबेडकर नगर, आजमगढ़ , मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरता है। यह चंद सराय गांव, राजधानी लखनऊ से शुरू होता है और हैदरिया गांव, एनएच-31, गाजीपुर जिले में खत्म होता है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की नींव 14 जुलाई, 2018 को आजमगढ़ में रखी गई थी।
Published on:
07 Oct 2022 11:03 am
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