सूरजपुर जिले के विश्रामपुर वन बी कॉलोनी के आवास क्रमांक 40 निवासी पारुल हरबर्ट पिता स्व. एनके हरबर्ट उम्र 39 वर्ष एसईसीएल के रीजनल स्टोर में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर पदस्थ थी। उसका 1 सप्ताह पूर्व विश्रामपुर सेंट्रल हॉस्पिटल में तबादला कर दिया गया था।
इस बात से पारुल मानसिक तनाव में रह रही थी, वह तबादला स्वीकार नहीं करने की जिद पर अड़ी थी। इसी बीच गुरुवार की रात उसने अपने आवास के बेडरूम में लगे पंखे की सीलिंग में फांसी लगाकर जान दे दी।
सुबह मां नीलिमा हरबर्ट द्वारा दरवाजा खटखटाने पर नहीं खोला गया तब किसी अनहोनी की आशंका पर पड़ोसियों को बुलवाकर पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोला तो पारुल फांसी पर लटकी हुई मिली।
उसके हाथ के नस भी कटे हुए मिले। पुलिस ने मृतका के शव को पीएम हेतु अस्पताल भेजकर घटनास्थल से ब्लेड, मोबाइल, पेन ड्राइव एवं डायरी बरामद की। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
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एसईसीएल प्रबंधन ने ये कहाएसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के कार्मिक प्रबंधक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मृतका पारुल हरबर्ट के विरुद्ध सहकर्मियों से दुव्र्यवहार करने के आरोप में समिति गठित कर जांच की गई थी।
जांच में उसके द्वारा सहकर्मियों के साथ दुव्र्यवहार किया जाना पाया गया था। इसके बाद पारुल हरबर्ट का तबादला केंद्रीय चिकित्सालय विश्रामपुर में कर दिया गया था। इस बात से मृतका काफी नाराज थी। वहीं एसईसीएल ने महिला कर्मचारी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।