
Farmer body hanging
प्रतापपुर/पोड़ी मोड़. मानसिक रूप से परेशान एक युवा किसान ने बांस की नर्सरी में आम के पेड़ पर गमछे के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी। शनिवार की सुबह गांव वालों ने उसकी लाश देखी तो प्रतापपुर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतारकर पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया।
इस मामले में मृतक के परिजनों ने पुलिस के सामने मानसिक रूप से परेशान रहने की बात बताई। वहीं पत्रिका से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि 2 महीने पहले ही उसने ट्रैक्टर खरीदा था। एजेंटों द्वारा बार-बार रुपए के लिए तंग करने से वह काफी परेशान था।
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर थानांतर्गत ग्राम पलढ़ा निवासी शिवकुमार रजवार पिता रामलाल 36 वर्ष खेती-किसानी करता था। वह कुछ दिनों से मानसिक रूप से काफी परेशान चल रहा था। इसी दौरान शनिवार की सुबह वह गांव से लगे बांस की नर्सरी में गया और गमछे के सहारे आम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
घटना के करीब 4 घंटे बाद जब वहां से गुजर रहे ग्रामीणों की नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने परिजनों सहित पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की उपस्थिति में पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह मानसिक रूप से परेशान था। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरु कर दी है।
एजेंटों ने दिया था ट्रैक्टर
इस मामले में मृतक के परिजनों का कहना है कि गांव से लगे सत्तीपारा के गीता पटेल व बाल साय ने ट्रैक्टर खरीदा था। इस दौरान जरही में संचालित एक ट्रैक्टर एजेंसी के एक एजेंट से उसकी भी मुलाकात हुई थी। उन्होंने उसे कहा था कि वे उसे फ्री में टैक्टर दे देंगे। पैसा कभी भी देते रहना। 2 महीने पहले 6.25 लाख रुपए कीमत का ट्रैक्टर घर पहुंचवा दिया गया।
इसके बदले में करीब 1 लाख रुपए शिवकुमार ने दिए थे। परिजनों ने बताया कि एजेंट का कहना था कि जमीन के आधार पर 4 से 4.50 लाख रुपए बैंक फायनेंस कर देगा। बाकी के बचे 75 हजार रुपए के लिए उससे बार-बार कहा जाता था। उन्होंने बताया कि उसे धमकी भी दी गई कि यदि वह जल्द रुपए नहीं देगा तो उसकी जमीन बिक्री करा देंगे।
इन सब बातों से वह परेशान रहने के अलावा दहशत में था। परिजन रविवार को पुलिस के पास इन बातों का आवेदन देने की तैयारी कर रहे हैं।
Published on:
05 May 2018 09:45 pm
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