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FIRING : सूरत के हिस्ट्रीशीटर वसीम बिल्ला की नवसारी में गोली मारकर हत्या

  दो बाइक पर आए चार हमलावरों ने दागी गोलियां, जमीन विवाद की चर्चा Four assailants on two bikes fired tainted, discussion of land dispute

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FIRING : सूरत के हिस्ट्रीशीटर वसीम बिल्ला की नवसारी में गोली मारकर हत्या

FIRING : सूरत के हिस्ट्रीशीटर वसीम बिल्ला की नवसारी में गोली मारकर हत्या

नवसारी/ सूरत. नवसारी में बुधवार देर रात जिम के बाहर हिस्ट्रीशीटर वसीम बिल्ला पर अंधाधुंध फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी गई। वह रील लाइफ में हीरो बनना चाहता था, लेकिन रियल लाइफ में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर बन गया।
नवसारी के छापरा रोड पर मणिनगर1 सोसायटी के जिम से निकलते ही सूरत के कुख्यात वसीम बिल्ला पर बुधवार रात घात लगाकर बैठे चार हमलावरों ने पांच राउंड फायरिंग की। उसे शहर के निजी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। गुरुवार को पुलिस ने एफएसएल, डॉग स्कवॉयड के साथ जांच की। छापरा रोड के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ जिम समेत सोसायटी के लोगों से पूछताछ कर आरोपियों तक पहुंचने की कवायद की जा रही है। वसीम नवसारी के रंगूननगर के अल्टीमेट अपार्टमेंट में माता-पिता के साथ रहता था, जबकि उसका परिवार सूरत के झांपा बजार में रहता है। बताया जाता है कि बुधवार रात करीब सवा दस बजे जिम के बाहर उस पर फायरिंग करने वाले चार जने दो बाइक पर आए थे। जब वह जिम से निकलकर अपनी कार की तरफ बढ़ रहा था, उस पर पांच गोलियां दागी गईं। गोलियां चलने की आवाज से वहां भीड़ जमा हो गई। चारों हमलावरों में से दो बाइक पर दांतेज गांव की ओर, जबकि दो अन्य बाइक पर टेकनिकल स्कूल की ओर भागे। चारों बदमाश 25 से 30 साल के थे। उन्होंने जैकेट पहन रखी थी। बदमाशों ने एक बाइक खाड़ी में फेंक दी थी। पुलिस इसे जब्त कर इंजन और चेसिस नंबर से मालिक तक पहुंचने के प्रयास कर रही है। वसीम के भाई फिरोज शेख (32) की ओर से नवसारी ग्राम्य थाने में दर्ज शिकायत में जमीन विवाद के कारण बदरी लेसवाला और उसके लोगों द्वारा बिल्ला पर हमले का शक जताया गया है। शिकायत में जिन संदिग्धों के नाम लिए गए हैं, उनमें सूरत के झांपा बाजार निवासी बदरी लेसवाला के अलावा सूरत के रउफ पठान, सूरत के झांपा बाजार निवासी अब्बास मिठाईवाला, सूरत के बेगमपुरा निवासी अली अजगर, सूरत के बाबा काटपिटया, अकुला और सूरत में लिंबायत निवासी हाशिम सिद्दीकी के नाम शामिल हैं।

‘नायक’ बनना था, ‘खलनायक’ बन गया
सूरत के इंद्रपुरा गधेवान टेकरा में रहने वाला वसीम खान उर्फ वसीम बिल्ला बॉलीवुड में हीरो बनना चाहता था। २९ वर्षीय वसीम करीब नौ साल पहले सूरत से मुंबई आने-जाने के दौरान बॉलीवुड के कलाकारों के संपर्क में आया। हाइट और बॉडी अच्छी होने के कारण उसे छोटे-मोटे रोल मिलने लगे। वह सलमान खान और अन्य बड़े कलाकारों के सेट पर जाने लगा। उसे ट्राइगर श्रॉफ की फ्लाइंग जट में छोटा-सा किरदार मिला था। जैकलीन फर्नांडीस और सूरज पंचोली की एलबम जीएफ-बीएफ में उसने जैकलीन के बॉडीगार्ड का किरदार निभाया था। इसके अलावा छोटे और बड़े पर्दे पर उसे साइड एक्टर के तौर पर रोल मिले थे। सूत्रों का कहना है कि फिलहाल वह हेराफेरी फिल्म के आने वाले सिक्वल में रोल के लिए प्रयासरत था।

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रंगदारी, हत्या के प्रयास समेत कई मामले दर्ज
बताया जाता पांच साल पहले वसीम बिल्ला जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में समाज कंटकों के संपर्क में आया। उसने लोगों को डराना-धमकाना, जमीनों-मकानों पर कब्जा करना, व्यापारियों-बिल्डरों से रंगदारी वसूलना शुरू कर दिया। उसके खिलाफ अठवा, महिधरपुरा और सलाबतपुरा थाने में कई मामले दर्ज हुए थे। बोहरा समाज के एक ट्रस्ट की प्रोपर्टी किराएदारों से खाली नहीं करवाने का काम नहीं देने पर उसके खिलाफ ट्रस्ट के सचिव बदरी लेसवाला को धमकी देने और उनके ड्राइवर पर जानलेवा हमला करने का मामला भी दर्ज हुआ था।


सूरत से किया गया था तड़ीपार
भरुच के एक व्यापारी से २० लाख रुपए की रंगदारी की मांग को लेकर वसीम ने वराछा में उस पर जानलेवा हमला किया था। इस मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई थी। बूटलेगर आसिफ गांडा के साथ भी उसका विवाद हुआ था। इन मामलों में जमानत पर छूटने के बाद उसे शहर से तड़ीपार कर दिया गया था। तब से वह नवसारी में रह रहा था और जिम में काम करता था। सूत्र बताते हैं कि तड़ीपार होने के बावजूद वह सूरत आता-जाता रहता था।


चार गोलियां लगीं, दो पार निकल गईं
न्यू सिविल अस्पताल में गुरुवार को वसीम बिल्ला का पोस्टमार्टम किया गया। पीएम रूम के बाहर बड़ी संख्या में परिजन और परिचित मौजूद थे। फोरेन्सिक विभाग के हेड डॉ. गणेश गोवेकर ने बताया कि उसके पेट, गले और हाथ पर गोली लगने के पांच निशान मिले हैं, लेकिन चार गोलियां ही चलाई गई थीं। एक गोली दो जगह लगी। दो गोलियां शरीर से पार निकल गईं।