पुलिस टीम राजस्थान रवाना
पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से मिले कमलेश के फोटो के आधार पर रेकर्ड की पड़ताल की गई तो पता चला कि वह कमलेश यादव नहीं, बल्कि शातिर जयंतीलाल उर्फ रमेश ओसवाल है, जो राजस्थान के जोधपुर जिले के शेरगढ़ तहसील के देचु का मूल निवासी है। वह इसी तरह बड़े व्यापारियों के यहां घरेलू नौकर के रूप में काम हासिल कर चोरी करता है। वह इस तरह की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है तथा तीन मामलों में उमरा थाना पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। उसकी खोज में पुलिस ने एक टीम शेरगढ़ रवाना कर दी है।
खुद ही किया था फोन
खटोदरा थाना प्रभारी एम.एम. पुंवार ने बताया कि शातिर जयंतीलाल ने रेकी कर व्यापारी विमल के बारे में जानकारी जुटाई थी। फिर खुद ही अपनी पहचान शंकरभाई के रूप में देकर विमल को फोन किया और कमलेश यादव को काम के लिए भेजने की बात कही थी। विमल ने समझा कि उनके किसी परिचित शंकरभाई ने फोन किया होगा।
बिना पड़ताल नहीं रखे काम पर
एम.एम.पुंवार ने बताया कि व्यापारी ऐसे ही किसी को भी अपने यहां काम पर नहीं रखे। पहले वे संबंधित व्यक्ति के बारे में पूरी जानकारी जुटाए। उसके बॉयोडेटा से जुड़े दस्तावेज हासिल कर उन्हें संबंधित पुलिस थाने में जमा करवाएं और व्यक्ति की पहचान को लेकर पुरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही किसी को अपने यहां काम पर रखे।