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प्रदेश व देश में बढ़ती ही जा रही मैनपाट की ख्याति

मैनपाट महोत्सव का गृहमंत्री ने किया शुभारंभ, रंगारंग कार्यक्रमों ने बांधा समा, प्रस्तुतियों ने लोगों को किया मंत्रमुग्ध

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Pranayraj rana

Jan 31, 2016

Cultural programme

Cultural programme

अंबिकापुर.
मैनपाट में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विगत वर्षो से आयोजित 'मैनपाट महोत्सव' का शानदार आगाज हुआ। महोत्सव के शुभारम्भ अवसर पर स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा सरगुजिहा जनजातीय संस्कृति से सराबोर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सजीव रंगारंग प्रस्तुति दी गई। दूसरे दिन भी रंगारंग कार्यक्रमों का लुत्फ बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने उठाया।



गृहमंत्री तथा महोत्सव के मुख्य अतिथि राम सेवक पैंकरा ने अपने उद्घाटन उद्बोधन में कहा कि सरगुजा में अनेक मनोरम प्राकृतिक स्थल हैं। मैनपाट प्रकृति की गोद में बसा एक सुरम्य और सुंदर स्थल है। यहां की धरती खनिज सम्पदा से भी परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मैनपाट में पडऩे वाली कड़ाके की ठण्ड यहां आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केन्द्र है।


पैंकरा ने बताया कि मैनपाट को छत्तीसगढ़ के शिमला के रूप में जाना जाता है। यहां गर्मी के मौसम में भी ठण्ड का अहसास होता है। उन्होंने बताया कि विगत चार वर्षों से होने वाले महोत्सव के कारण मैनपाट की ख्याति दिनों दिन देश और प्रदेश में बढ़ती जा रही है।


विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि मैनपाट महोत्सव में स्थानीय संस्कृति की आकर्षक प्रस्तुति अत्यंद मनमोहक है। उन्होंने भित्ति कला की विश्व प्रसिद्ध कलाकार स्वर्गीय सोना बाई का स्मरण करते हुए उनकी कलाकृति को अनुपम बताया। उन्होंने कहा कि सड़क, भवन और कांक्रीट के विकास का अपना स्थान है पर मनुष्य की आत्मा कला में बसती है।


उन्होंने कहा कि महोत्सव के माध्यम से स्थानीय कला और संस्कृति की खूशबू देष के साथ ही साथ विदेशों में भी विस्तारित हो, ऐसी मेरी कामना है। छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने महोत्सव के मंच की साज-सज्जा और समस्त व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि निश्चित ही यह अधिकारियों-कर्मचारियों एवं कार्यकर्ताओं के अथक एवं सतत प्रयास का प्रतिफल है।


सीतापुर विधायक अमरजीत भगत ने मैनपाट महोत्सव के भव्य आयोजन के लिए जिला प्रषासन के प्रयास की प्रशंसा करते हुए महोत्सव स्थल पर जनजातीय लोगों की जागरूकता हेतु प्रशासनिक पहल को सराहनीय बताया। हस्तशिल्प बोर्ड के पूर्व अध्यक्षअनिल सिंह मेजर ने कहा कि यूं तो सरगुजा में अनेक मनमोहक पर्यटन स्थल हैं, किन्तु मैनपाट की प्राकृतिक वादियों की सुरम्यता देखते ही बनती है।


कलेक्टर ऋतु सैन ने अपने सरगुजिहा संबोधन में कहा कि महोत्सव स्थल को सरगुजिहा संस्कृति के दर्पण के रूप में सजाया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा यह प्रयास है कि महोत्सव के माध्यम से स्थानीय संस्कृति की ख्याति प्रदेश के साथ पूरे देश में फैले।


शुभारंभ अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह, उपाध्यक्ष प्रभात खलखो, जनपद अध्यक्ष पति बाई, उपाध्यक्ष अटल बिहारी यादव, जिला पंचायत सदस्य मुन्ना टोप्पो, सरपंच जवाहर, उप सरपंच रजनीश पाण्डेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि, पुलिस अधीक्षक आरएस नायक, वनमण्डलाधिकारी मोहम्मद शाहिद, अपर कलेक्टर एनएन एक्का, जिला पंचायत सीईओ आर एक्का, सहायक कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी,


एसडीएम आरएन पाण्डेय, जनपद सीईओ उज्जवल पोरेवाल सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में आए पर्यटक एवं स्थानीय कलाप्रेमी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संदीप पैंकरा, सुजाता सिंह, संगीता तिवारी एवं तुषार सरकार द्वारा किया गया।


कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुतियां

मैनपाट महोत्सव के मंच से स्थानीय कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी। ग्रामीण लोक जीवन के रहन-सहन, पर्व-त्यौहार, शादी-ब्याह, फसल कटाई, फसल मिसाई सहित अनेक अवसरों पर गीत और नृत्य की प्रस्तुति की झलक इस महोत्सव में की गई। वहीं स्कूली विद्यार्थियों ने विविध विधाओं की प्रस्तुतियां दी गई।


छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोकमंच कलाकार अश्वनी चौहान के ग्रुप द्वारा लोक संस्कृति से ओतप्रोत गीत एवं नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियां दी गई। छालीवुड के कलाकार सुनील तिवारी एण्ड ग्रुप द्वारा भी गायन, वादन और नृत्य की शानदार प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। वहीं दूसरे दिन भी स्थानीय कलाकारों के साथ ही जादूगर केके ठाकुर, वॉइस ऑफ इंडिया जाकिर हुसैन, सूफी गायक भारती बंधु, स्टार नाईट के मनमोहन सिंह ठाकुर व अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने भी प्रस्तुति दी।


नई परंपरा की शुरूआत

मैनपाट महोत्सव में इस वर्ष पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए एक नई परंपरा की शुरूआत जिला प्रशासन द्वारा की गई। कार्यक्रम में शामिल अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ की जगह पुष्प पात्र देकर किया गया।


समापन समारोह आज

तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का समापन कार्यक्रम 31 जनवरी को जल संसाधन व प्रभारी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में होगा।

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