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ई-वे बिल ने बढ़ाई ट्रांसपोर्टस की दुविधा, परेशानियों से पड़ रहा जूझना, यहां मिलेगा हल

माल परिवहन को लेकर शुरू हो रहे ई-बे बिल को लेकर ट्रंासपोर्ट और कारोबारी अभी असमंजस में है। एक जिले से दूसरे जिले और एक राज्य से दूसरे राज्य में परिवहन

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Transpace not getting new booking

Transpace not getting new booking

टीकमगढ.माल परिवहन को लेकर शुरू हो रहे ई-बे बिल को लेकर ट्रंासपोर्ट और कारोबारी अभी असमंजस में है। एक जिले से दूसरे जिले और एक राज्य से दूसरे राज्य में परिवहन को लेकर विभाग के अधिकारी भी अधिसूचना जारी होने या नहीं होने की बात कर रहे है। राज्य सरकार की ओर से एक राज्य से दूसरे राज्य में परिवहन पर ई-वे-बिल लागू होने की बात कही गई है। हालाकि ई-वे-बिल में पोर्टल में कुछ टेक्नीकल्स परेशानी के कारण कुछ समय के बंद कर दिया गया है। जिसको लेकर जिला परिवहन पर एक मार्च तक राहत मिली है। ट्रंासपोर्टरों की माने तो फ रवरी में ट्रंासपोर्टरों को माल की बुकिंग नहीं मिल पा रही है। ई-वे-बिल को सरकार ने प्रायोगिक तौर पर 16 जनवरी से लागू कर दिया था। व्यापािरयों और ट्रंापोर्टरों को प्रेक्ट्रिस की हिदायत दी गई थी। लेकिन ज्यादातर कारोबारियों और ट्रांसपोर्टरों ने प्रैक्ट्रिस नहीं की। अब कारोबारी इसको लेकर परेशान हो रहे है। वेब पोर्टल पर लोर्गिन,मोबाईल एप, एसएमएस, एपीआई द्वारा साइट-टू-साइट इंट्रीग्रेशन,सुविधा प्रोवाइडर के माध्यम से ट्रंासपोटर्स व्यवसायी अपना लोर्गिन आईडी बनाकर ई-वे-बिल जनरेट प्रैक्ट्रिस कर सकते है। इसके लिए ट्रंासपोर्टरो को ई-वे-मेल,मोबाईल पैन की आवश्यकता होगी।
टेक्नीकल परेशानियों पर कुछ समय के लिए किया बंद
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सरकार द्वारा ई-वे-बिल को चालू किया था। लेकिन टीकमगढ़ में ई-वे-बिल पोर्टल में कुछ टेक्नीकल परेशानी आ रही है। जिसके चलते पोर्टल बंद पड़ा हुआ है। पोर्टल बंद होने से कारोबारियों और व्यापारियों को जानकारी नहीं मिल पा रही है। जिसके कारण विभाग के अधिकारी जानकारी नहीं दे पा रहे है।
फ ार्म 49 का दूसरा स्वरूप है ई-वे-बिल
व्यापारी जितेंद्र भागवानी,सौरभ जैन का कहना है कि ई-वे-बिल को लेकर कई व्यावहारिक परेशानियों का निदान नहीं किया गया। एक दिन से ज्यादा देरी होने पर व्यापारी कैसे उसे हैड़ल करेगा। इसके बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है। सरकार ने फ ार्म 49 के दूसरे स्वरूप के रूप् में ई-वे-बिल लागू किया है। इसमें कभी भी भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इसके साथ ही जरा सी गलती से बिल का माल इधर से उधर चला जाएगा।

इन वस्तुओं पर मार्च से होगा लागू
प्रदेश सरकार ने 11 वस्तुओं पर एक जिले से दूसरे जिले में भेजने पर 1 मार्च 2018 से ई-वे-बिल लागू किया जाएगा। इनमें पान मसाला,कंफेक्सनरी,प्लाईबुड,लेमिनेट सीट,आयरन एंड स्टील,एडिबल,ऑयल,ऑटों पाटर्स, सिगरेट, टोबेको प्रोडक्ट्स,इलेक्ट्रिक गुडस,इलेक्ट्रॉनिक,गुडस फ र्नीचर,लुब्रिकेट्स,टाइल्स सिरामिक,गुडस सिरामिक, ब्लॉग्स एवं सिरामिक पाईप शामिल हैं।
पेनाल्टी का प्रावधान
करदाता स्वयं अगर बिना ई-वे-बिल के माल ले जाते पाया गया तो 10 हजार रूपए टैक्स चेारी की राशि बराबर पेनाल्टी, ट्रंासपोर्ट से माल भिजवाया है,तो 25 हजार तक की पेनाल्टी,इे-वे- बिल के साथ इन वाइस और अन्य आवश्यक दस्तावेज नहीं होने पर टैक्स राशि के बराबर ही पेनाल्टी लगेगी। अगर कोई माल लेने नहीं आया तो जब्ति की कार्रवाई की जाएगी।
व्यापारी अपनी तैयारी कर ले
अंतराज्यीय परिवहन को लेकर कर ई-वे-बिल जनरेट करने की तैयारी करना चाहिए। दोनों पाटियों के जीएसटी नम्बर होने के आधार पर और पेन कार्ड से ई-वे- बिल जनरेट हो जाएगा।
1 फरवरी से शुरू हुआ था ई-वे-बिल
व्यापारियों और ट्रंासर्पोटों को अपने संचार के माध्यम से उपयोग कर सीखने का एक पखवाडे का समय विभाग द्वारा दिया गया था। 1 फ रवरी से ई बे बिल लागू किया जाना था। लेकिन पोर्टल में कुछ टेक्नीकल परेशानी के कारण अभी कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है। उसमें सुधार कार्य किया जा रहा है।
व्यापारियों को नहीं को नहीं ई-वे-बिल की जानकारी
व्यापारी सोनू सिंधी,अनिल लक्ष्यकार,महेश जैन ने बताया कि 1 फरवरी से ई-वे-बिल को चालू किया गया है। लेकिन उसकी जानकारी विभाग द्वारा कारोबारियों और व्यापारियों को नहीं दी गई। जिसको लेकर जिले के अधिकांश कारोबारी परेशान है। जानकारी के लिए व्यापारी विभाग के चक्कर लगा रहे है। लेकिन मामले को ले कर कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
फैक्ट फायल
जिले में जीएसटी वाले व्यापारी कुल- 2250
केंद्रीय उत्पाद बिक्रय केंद्र- 450
कहते है अधिकारी
ई-वे-बिल को 1 फरवरी से शुरू किया गया था। लेकिन कुछ टेक्नीकल परेशानी के कारण कुछ समय के बंद कर दिया गया है। पोर्टल में सुधार किया जा रहा है। जल्द ही शासन द्वारा चालू किया जाएगा।
पी एस ठाकुर वाणिज्यकर अधिकारी टीकमगढ़।