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रेलवे प्लेट फार्म पर यात्रियों की चेकिंग के लिए नहीं दिखे कर्मचारी

प्रशाधन केंद्र को किया बंद

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प्रशाधन केंद्र को किया बंद

प्रशाधन केंद्र को किया बंद

दिव्यांग और सामान्य सुविधा घर में ताला, रेलवे बोतल की जगह बाहर की पानी बोतल हो रही थी सप्लाई

टीकमगढ़. रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में बेहद कमी नजर आई है। स्टेशन के बाहर ऑटो और ई-रिक्सा वालों का जमावड़ा लगा रहने से यात्रियों को आने-जाने में मुश्किलों का सामने आ जाती है। मुख्य द्वार पर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं दिखी है। ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों की चेकिंग छोड़ अन्य व्यवस्थाएं बेपटरी है। शुक्रवार को जब स्टेशन की पड़ताल की गई तो कई अव्यवस्थाएं नजर आई।
शुक्रवार की दोपहर १:३२ बजे पत्रिका की टीम रेलवे स्टेशन पर पहुंची। स्टेशन द्वार पर ऑटो और ई-रिक्सा खड़े थे और ट्रेन से वाहन निकलने वाले यात्रियों के साथ टिकट की चेकिंग करने कोई भी कर्मचारी नहीं था। इसके साथ ही रेलवे पुलिस फोर्स भी दिखाई नहीं दे रहा था। टिकट काउंटर पर भीड़ होने के कारण ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन के पास रेल उपभोक्ता पहुंचे, लेकिन वह काम नहीं कर रही थी, जबकि यात्री ट्रेन के ऐप को भी लोड किए थे।

यह थी स्थिति
पत्रिका की टीम शुक्रवार की दोपहर १:३० बजे से १:५८ बजे तक रेलवे स्टेशन पर रूकी। ऑटो, ई-रिक्सा की पार्र्किंग, टिक ट काउंटर, प्लेट फार्म, प्रशाधन केंद्र, दिव्यांग प्रशाधन केंद्र, साफ सफाई, रेलवे पानी, ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन, यात्रियों की चेकिंग के साथ अन्य जरूरी रोक टोक नहीं की जा रही थी। सिर्फ ट्रेन का समय ही दिखाई दे रहा था।

दोपहर 1:४४ बजे स्टेशन से नियमित रूप से आने जाने वाली ९ ट्रेनें चलती है। इनमें सभी कैटेगरी के ७० हजार यात्री एक महीने में सफर करते है। दो टिकट काउंटरों में से एक खुला मिला। यात्री रामसेवक अहिरवार ने बताया कि दादर सेंट्रल विशेष भाडा स्पेशल ट्रेन आई है। ललितपुर तक जाने के लिए टिकट ले रहे है। एक काउंटर खुला रहने से लाइन में लगना पड़ता है। यहां हमेशा यही हाल रहता है।

देपहर १:४५ बजे यात्री डगराना निवासी हिम्मत सिंह, भोले कोरी और कमतु कोरी ने बताया कि ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन से टिकट बुक कराने की कोशिश की, उसके पीछे चस्पा फ्लैक्स में दी गई जानकारी के अनुसार कार्य किया गया, लेकिन सफल नहीं हो पाए। जबकि यूटीएस ऐप का भी सहयोग लिया गया।

दोपहर १:४८ बजे यात्री प्रशाधन केंद्र पहुंचे, लेकिन उसके सामने सामग्री रखी थी। यही हाल दूसरे प्रशासन केंद्र का था। दिव्यांग सुविधा घर ताला लगा था। इसके लिए यात्रियों को परेशान होना पड़ा। स्टेशन परिसर की नालियां और यात्री प्रतीक्षालय गंदगी से पटा था।

दोपहर १:५४ बजे खजुराहो से ललितपुर की ओर दादर सेंट्रल विशेष भाडा स्पेशल ट्रेन निकलते ही पीछे से एक युवक ब्रिज की जगह पटरी को पार करते देखा गया। स्टेशन पर रेलवे का कोई भी रेलवे पुलिस फोर्स के साथ अन्य अधिकारी कर्मचारी दिखाई नहीं दिया।

इनका कहना
रेलवे स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों के यात्रियों की जांच प्लेट फार्म होना जरुरी है। शौचालय और दिव्यांग शौचालय को खुलवाने के निर्देश रेलवे स्टेशन मास्टर को दिए जाएंगे। जिससे यात्रियों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े।
मनोज सिंह, पीआरओ रेलवे जंक्शन झांसी।