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बूंदाबांदी से घबरा गए किसान, खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल

मौसम में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। तेज धूप के बाद गुरुवार दोपहर ३ बजे बाद बादल छा गए और दिन में हल्का अंधेरा छा गया। हल्की बूंदाबांदी के बाद मौसम में ठंडक आ गई। शाम ४ बजे तापमान में गिरावट आ गई। बूंदाबांदी से किसान घबराने लगे है।

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 harvested wheat crop in the field

harvested wheat crop in the field


टीकमगढ़. मौसम में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। तेज धूप के बाद गुरुवार दोपहर ३ बजे बाद बादल छा गए और दिन में हल्का अंधेरा छा गया। हल्की बूंदाबांदी के बाद मौसम में ठंडक आ गई। शाम ४ बजे तापमान में गिरावट आ गई। बूंदाबांदी से किसान घबराने लगे है।
मौसम में हुए परिवर्तन को देखकर किसानों की चिंता बढ गई है। किसानों का कहना है कि इस समय कई जगह पर खेतों में गेहूं,सरसों की फ सल कटाई अंतिम चरण में है और गेहूं की कटाई का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में यदि बारिश आती है तो किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ेगा। सुबह से ही धूप, छांव का खेल पूरे दिन चलता रहा। दोपहर में अचानक मौसम ने करवट ली और हवा चलने लगी। देखते ही देखते पूरा शहर तेज हवा से घिर गया। फिर बंूदाबादी होने लगे।

बेमौसम बारिश से किसानों को हो गया नुकसान
किसानों का कहना था कि १९ मार्च से २६ मार्च में बेमौसम बारिश होती रही। जिसमें गेहूं, सरसों, मटर और चना की फसलों को नुकसान हो गया है। गेहूं की बालिया काली पड़ गई है। मंडी में आने वाले अनाज की चमक पर दाम लग गया है। जिसके कारण कृषि उपज मंडी में अनाज के दाम सही नहीं मिल रहे है।
बूंदाबांदी से घबरा गए किसान
किसानों का कहना था कि तीन दिन बाद फिर से बूंदाबांदी शुरु हो गई है। खेतों में कटी पड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है। जिसके कारण किसानों को घबराहट होने लगी है। किसानों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों हुई बारिश से काफी नुकसान हुआ है। उसकी भरपाई होना संभव नहीं है। अब अगर बारिश हो गई तो किसानों को नुकसान अधिक हो जाएगा।