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जेडी के आदेश को दरकिनार कर शास्त्री स्कूल को फिर दे दी शिक्षा विभाग के मद से वेतन

अब संचालक ने कार्रवाई के लिए लिखा पत्र, जेडी ने फिर से मांगी डीईओ से जानकारी

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टीकमगढ़। कार्यालय खंड शिक्षाधिकारी, पृथ्वीपुर।

टीकमगढ़। कार्यालय खंड शिक्षाधिकारी, पृथ्वीपुर।

टीकमगढ़. निवाड़ी जिले में शिक्षा विभाग, वरिष्ठ कार्यालय के आदेशों को दरकिनार कर काम करने में लगा हुआ है। आलम यह है कि यहां की निकायाधीन किए गए नैगुवां के शास्त्री उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के स्टॉफ को संयुक्त संचालक के निर्देश के बाद भी शिक्षा विभाग की मद से दो माह का वेतन भुगतान कर दिया गया है। यह लापरवाही सामने आने पर जिला शिक्षाधिकारी ने जहां संबंधितों को नोटिस जारी किए है तो इस मामले में कार्रवाई के लिए अब विभाग के संचालक ने जेडी को निर्देश दिए है।
निकायाधीन किए गए नैगुवां की शास्त्री उच्चतर माध्यमिक शाला में फर्जी आदेशों के द्वारा कर्मचारियों को शिक्षा विभाग के नियमित कर्मचारियों की तरह वेतन दिया जा रहा था। शिकायत के बाद संयुक्त संचालक मनीष वर्मा ने इस मामले की जांच के बाद निर्देश दिए थे कि निकायाधीन की किए गए नैगुवां स्कूल के शिक्षक एवं स्टॉफ को जिला पंचायत के अधीन माना जाए और उसी के अनुरूप वेतन दिया जाए।

संयुक्त संचालक के निर्देश पर 3 फरवरी को तत्कालीन जिला शिक्षाधिकारी अन्वेश श्रीवास्तव ने पृथ्वीपुर बीईओ के साथ ही संकुल ढिल्ला के प्राचार्य को भी इन निर्देश से अवगत कराते हुए जिला पंचायत की मद से वेतन देने के निर्देश दिए थे। साथ ही जिला कोषालय अधिकारी को भी इस संंबंध में पत्र जारी कर नैगुवां स्कूल की वेतन जिला पंचायत की मद से देने के लिए कहा गया था। इसके बाद भी 28 फरवरी को नैगुवां स्कूल के शिक्षकों को शिक्षा विभाग की मद से वेतन जारी कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि 28 फरवरी को केवल नैगुवां स्कूल के शिक्षकों का ही वेतन आहरित किया गया था।

इनकी भूमिका संदिग्ध


इस मामले में तत्कालीन बीईओ एनसी तिवारी, संकुल प्राचार्य हरीश कुमार रैकवार की भूमिका संदिग्ध बनी हुई है। इन सभी को एक माह पहले ही इसके लिए निर्देश जारी किए गए थे। विदित हो कि एनसी तिवारी 28 फरवरी को सेवा निवृत्त हो गए है और इनके खिलाफ भी जांच चल रही है। वहीं हरीश कुमार रैकवार पहले भी भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित रह चुके है। वहीं ट्रेजरी को भी इसकी सूचना होने के बाद वहां पर भी वेतन आहरित करते समय ध्यान नहीं दिया गया।

संचालक ने कार्रवाई के दिए निर्देश


अब शिक्षा विभाग के संचालक डीएस कुशवाहा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संयुक्त संचालक को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने शासन के नियमानुसार निकायाधीन कर्मचारियों की तरह वेतन भुगतान सुनिश्चित करने एवं नियम विरूद्ध तरीके से दी गई वेतन की जांच कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। इस पत्र के बाद से विभाग में हड़कंप सा मचा हुआ है।

कहते है अधिकारी


शिक्षा विभाग की मद से वेतन भुगतान करने को लेकर बीईओ और संकुल प्राचार्य को नोटिस जारी किए है। उनका क्या जवाब आया है, यह अभी नहीं देखा है। बीईओ सेवा निवृत्त हुए है तो उनके भुगतान आदि रोके जाएंगे। अतिरिक्त वेतन भुगतान की वापसी को लेकर शासन के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।- आरडी वर्मा, प्रभारी जिला शिक्षाधिकारी, निवाड़ी।