
Now nurses also started strike
टीकमगढ़. आशा-ऊषा, पटवारियों के बाद अब नर्सों ने हड़ताल शुरू कर दी है। बुधवार को तमाम नर्सों ने अस्पताल चौराहे पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। नर्सों का कहना है कि जब तक शासन उनकी मांगों को नहीं मानता है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। नर्सों ने शासन से 12 मांगों को पूरा करने को कहा है।
बुधवार को जिले की नर्सों ने अस्पताल चौराहे पर शासन के खिलाफ तंबू तान दिया। सुबह से ही यहां पर तमाम नर्सें उपस्थित हुई। सभी नर्सें अपनी डे्रस में थी और शासन का विरोध कर रही है। उनका कहना था कि वह लोग लंबे समय से वेतन सहित तमाम मांगे कर रही है, लेकिन शासन उन पर ध्यान नहीं दे रहा है। कोरोना संक्रमण के भीषण दौर में भी उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा की है। उस समय शासन ने कई घोषणाएं की थी, लेकिन वह कोरी साबित हुई। ऐसे में अब उनके पास अंतिम विकल्प हड़ताल ही बचा है। इन नर्सों ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी।
यह रखी मांगें
नर्सों ने अन्य प्रदेशों की तरह सेकेण्ड ग्रेड पे देने, पुरानी पेंशन लागू करने, कोरोना में शहीद हुए नर्सिंग स्टॉफ को अनुकंपा नियुक्ति देने एवं 15 अगस्त कोरोना योद्धा का सम्मान देने, कोरोना काल में की गई घोषणाओं को पूरा करने, भर्ती नियमों को शिथिल करने, अस्थाई नर्सों का नियमितिकरण करने सहित अन्य मांगे की है।
प्रभावित हुआ काम
नर्सों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों में काम प्रभावित होता दिखा। नर्सों के हड़ताल पर जाने के कारण वार्डों में भर्ती मरीजों को परेशान होना पड़ा और साथ ही डॉक्टर्स को भी कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ा।
Published on:
01 Jul 2021 10:35 am
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