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२१ हजार पंजीयन किसानों से ९० हजार मीट्रिक टन अनाज खरीदी का रखा लक्ष्य

किसानों ने समर्थन मूल्य उर्पाजन के पंजीयन में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। ६ फरवरी से १० मार्च तक २१७३८ पंजीयन ही हो पाए है। इस वर्ष शासन ने टीकमगढ़ जिले को ९० हजार मीट्रिक टन अनाज खरीदने का लक्ष्य दिया है। जिसकी तैयारी खाद्य विभाग और वेयर हाउस विभाग द्वारा की जा रही है।

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Rakwa will be verified at Tehsil level

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टीकमगढ़. किसानों ने समर्थन मूल्य उर्पाजन के पंजीयन में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। ६ फरवरी से १० मार्च तक २१७३८ पंजीयन ही हो पाए है। इस वर्ष शासन ने टीकमगढ़ जिले को ९० हजार मीट्रिक टन अनाज खरीदने का लक्ष्य दिया है। जिसकी तैयारी खाद्य विभाग और वेयर हाउस विभाग द्वारा की जा रही है। आगामी दिनों में तहसील स्तर पर रकवा का सत्यापन किया जाएगा। उसके बाद खरीद केंद्रों की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
जिले में पिछले वर्ष ४२६७९ किसानों ने समर्थन मूल्य उर्पाजन के लिए पंजीयन कराए थे। जिसका खरीदी लक्ष्य १९ लाख क्विंटल रखा गया था। पूरी खरीदी समय ३०० से अधिक किसानों ने ९८४० क्विंटल अनाज सरकारी केंद्रों पर बेचा था। इस वर्ष २१७३८ किसानों ने पंजीयन कराए है। उन किसानों से ९ लाख अनाज खरीदने का लक्ष्य दिया है। जिसकी तैयारी विभाग द्वारा की जा रही है। खरीदी से खाद्य विभाग, वेयर हाउस के साथ अन्य विभागों की चिंता बढ़ गई है। पिछले वर्ष से २०९४१ किसानों ने पंजीयन कराए है और लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश भी है। वहीं किसानों ने बताया कि समर्थन मूल्य खरीद केंद्रों से अधिक दाम कृषि उपज मंडिय़ों में मिल रहे है। जिसके भुगतान में भी परेशानी नहीं आ रही है।
यह है समर्थन मूल्य के दाम
इस वर्ष समर्थन मूल्य में गेहूं २१२५ रुपए क्विंटल और सरसों ५४०० रुपए क्विंटल है। लेकिन कृषि उपज मंडी में गेहूं के भाव २२०० रुपए क्विंटल और सरसों के भाव ५५०० रुपए क्विंटल से अधिक बिक रहा है। जबकि पिछले वर्ष गेहूं समर्थन मूल्य में २०१५ रुपए क्विंटल और सरसों ५०५० रुपए क्विंटल था।
यह हुई थी खरीदी, इस वर्ष पर्याप्त नहीं हुए पंजीयन
पिछले वर्ष शासन ने खरीदी के लिए जिले में २०० पंजीयन केंद्र बनाए थे। वहां पर ४२६७९ किसानों ने पंजीयन कराए थे। जिसमें से ३०० के करीब किसानों द्वारा समर्थन मूल्य पर अनाज बेचा था। शासन ने उनसे ९८४० क्विंटल खरीदा गया था। जिससे सरकारी वेयर हाउस खाली रह गए थे। दमोह के साथ अन्य जिलों से अनाज आया था। उसके बाद वेयर हाउसों को भरा गया था। जबकि खरीदी का लक्ष्य १९ लाख क्विंटल रखा गया था।

फैक्ट फाइल
वर्ष २०२३
२१७३८- किसानों ने कराए पंजीयन
९ लाख क्विंटल का रखा गया खरीदी लक्ष्य
२१२५ रुपए क्विंटल गेहूं का समर्थन मूल्य
५४०० रुपए क्विंटल सरसों का समर्थन मूल्य
५३३५. रुपए क्विंटल चना का समर्थन मूल्य

वर्ष २०२२
४२६७९- किसानों ने कराए पंजीयन
१9 लाख क्विंटल खरीदी का समर्थन मूल्य में रखा लक्ष्य
२०१५ रुपए क्विंटल गेहूं का समर्थन मूल्य
५०५० रुपए क्विंटल सरसों का समर्थन मूल्य

वर्ष २०२१
६०५५०- किसानों ने कराए पंजीयन
१८ लाख क्विंटल खरीदी का समर्थन मूल्य में रखा लक्ष्य
१९७५ - रुपए क्विंटल गेहूं का समर्थन मूल्य
४६५० रुपए क्विंटल सरसों का समर्थन मूल्य
इनका कहना
जिले में ९ लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य दिया गया है। उसके लिए टीमों का गठन किया जा रहा है। इस बार खरीदी में पारदर्शिता रखी जाएगी। जिससे किसानों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
सीताराम कोठारी, जिला खाद्य अधिकारी टीकमगढ़।