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19 साल से फरार इनामी डकैत को दबोचा

एसएएफ बटालियन के साथ हुई मुठभेड़ में की थी जवान की हत्या

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The dacoit who was absconding for 19 years was arrested

The dacoit who was absconding for 19 years was arrested

टीकमगढ़. 19 वर्ष पूर्व जिले में डकैतों का डेरा हुआ करता था। उस समय लिधौरा थाने के ग्राम महेबा चक्र 3 में तैनात एसएएफ की 10वीं बटालियन और भगवान सिंह ठाकुर की गैंग के बीच हुई मुटभेड़ में एक जवान शहीद हो गया था। उस मामले में फरार चल रहे एक डकैत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस पर पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
मामले की जानकारी देते हुए एसपी अनुराग सुजानिया ने बताया कि 19 वर्ष पूर्व जिले में अपराधी गैंगों का आना-जाना था। उस समय सुरक्षा के मद्देनजर महेबा चक्र 3 में एसएएफ की बटालियन तैनात की गई थी। इसी समय भगवान सिंह ठाकुर की गैंग ने यहां पर दस्तक दी और इस क्षेत्र के 8 आदिवासियों का अपहरण कर लिया। इसकी सूचना जैसे ही एसएएफ बटालियन को हुई तो उन्होंने इसकी पुष्टी के बाद अपहृतों को छुड़ाने की कार्रवाई शुरू की।

कर दी फायरिंग
जैसे ही बटालियन के जवान मौके पर पहुंचे उन्होंने आरोपियों से अपहृतों को छोडऩे की बात कहीं। लेकिन दूसरी ओर से फायरिंग होने लगी। इस पर एसएएफ के जवानों ने भी फायरिंग शुरू कर दी। इसमें एक अपहृत भजनलाल आदिवासी की दाहिनी जांघ में भी गोली लगी। वहीं बटालियन का जवान शिवदयाल अपहरकर्ताओं से बार-बार समपर्ण करने की अपील कर रहा था। इस दौरान दूसरी ओर से चलाई गई गोली सीधे शिवदयाल के माथे में लगी और वह शहीद हो गया। इसके बाद सभी आरोपी भाग खड़े हुए। वहीं सभी अपहृतों को मुक्त करा लिया गया।
इस गैंगबार में लगभग 15 आरोपी थे। पुलिस ने गैंग के मुख्य आरोपी भगवान सिंह ठाकुर सहित अन्य 12 को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि तीन आरोपी लगातार फरार बने हुए थे। इन सभी पर पुलिस ने 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। एसपी सुजानिया ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि इस घटना में फरार चल रहे आरोपी मोहनलाल ढीमर निवासी छिपटा थाना समथर उत्तर प्रदेश अपने घर पर ही है। सूचना पर एसपी ने टीम गठित कर उसके गांव से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में आरोपी बिंदा ढीमर एवं बलराम अहिरवार अब भी फरार है।
आरोपी को गिरफ्तार करने में लिधौरा थाना प्रभारी एसआई हिमांशु भिंडीआ, एएसआई आरपी यादव, आरक्षक सूर्य प्रताप यादव, अवनीश यादव, मनोज, जोगेंद्र, राघवेंद्र एवं महिला आरक्षक मनीषा वर्मा की मुख्य भूमिका रही।