
The ponds from Jodo Canal to Mohangarh will be filled
टीकमगढ़. तालाब जोड़ो परियोजना की टूट पड़ी हरपुरा नहर का निर्माण कार्य शनिवार से शुरू हो गया है। यह नहर सालों से टूटी पड़ी थी और उसे नया बनाने के लिए एक महीना पहले खोदा गया था लेकिन निर्माण कार्य बंद कर दिया था। जहां नहर से भरने वाले तालाबों की स्थिति खराब होने लगी थी। टूटी पड़ी नहर का निर्माण कराने के लिए किसानों ने संबंधित विभाग से शिकायत की थी लेकिन किसानों की एक भी नहीं सुनी गई। उसके बाद पत्रिका ने ८ जुलाई को खबर का प्रकाशन किया। उसके बाद जल संसाधन विभाग और ठेकेदार हरकत में आए और नहर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
हरपुरा नहर को जामनी नदी से जोड़ा गया था। बाढ के पानी को हरपुरा नहर के माध्यम से मोहनगढ़ तक के सभी १० तालाबों को भरने की योजना बनाई थी। इसके माध्यम से तालाबों को भरा जाने लगा लेकिन नहर कई स्थानों पर फू ट गई थी और अन्य स्थानों के रिसाव से खेत लबालव भरने लगे थे। जिसके कारण खरीफ और रबी सीजन की फसलों को नुकसान होने लगा था। किसानों द्वारा मामले की शिकायत संबंधित विभाग और कलेक्टर से की गई लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई सुनवाई नहीं की जा रही थी। फिर सीएम हेल्पलाइन लगाई गई। डेढ़ वर्ष तक अधिकारियों द्वारा समाधान की जगह शिकायत कटवाने में लगे रहे। फिर पत्रिका ने खबर का प्रकाशन किय गया। विभाग ने हरकत में आकर प्रपोजल बनाया और ८ करोड़ रुपए टूटी-फूटी नहरों की मरम्मत कराने के लिए राशि स्वीकृत करा ली। टूटी नहर को जोडऩे के लिए खाई बनाई गई और काम को अधूरा छोड़ दिया गया।
८ जुलाई को खबर का किया था प्रकाशन
हनुमानसागर तालाब की नहर से सैकड़ों एकड़ जमीन की सिंचाई की जा रही थी। हनुमानसागर तालाब की नहर के ऊपर से हरपुर नहर को वर्ष २०१२ में निकाला गया था। जिसके कारण आए दिन नहर टूट रही थी। बाढ़ के अधिक प्रवाहित होने वाले पानी से फूट जाती थी। जिसके कारण सैकड़ों एकड़ की फसल बर्बाद हो जाती थी। उसके बाद नहर मरम्मत का कार्य किया गया। ठेकेदारों द्वारा हनुमानसागर और बौरी हार की नहर को दोनों ओर से खोदा गया। उसके बाद ठेकेदार ने काम बंद कर दिया। पत्रिका ने ८ जुलाई को खबर का प्रकाशन किया और शनिवार से काम का शुभारंभ कर दिया है।
सुधार के लिए ८ करोड़ रुपए हुए थे स्वीकृत
तालाब जोड़ो परियोजना हरपुरा नहर की मरम्मत और रिसाव को खत्म करने के लिए ८ करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए है। इस राशि से ११ स्टे्रक्चर निर्माण किए जा रहे है। जिसमें क्रॉसिंग, मरम्मत और नहर के अधिक पानी बहाव को कंट्रोल करने का सिस्टम लगाया जा रहा है। जिससे नहर के टूटना और रिसाव होने की समस्या बंद हो जाएंगी लेकिन इस कार्य को बारिश के कारण रोक दिया गया है। जिसके कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है।
Published on:
22 Jul 2023 07:01 pm
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