झांसी रोड के दोनों ओर सरकारी कार्यालय बने हैं। एक ओर नगरपालिका और दूसरी संयुक्त कार्यालय के साथ जिला पंचायत। इसके साथ ही बाजार में बड़े शोरूम, मॉल, बड़ी इमारतें और सहित कई भवन भी हैं। इन भवनों में वर्षा जल संग्रहण का इंतजाम हो जाए तो सिर्फ मुख्यालय पर ही भारी मात्रा में बारिश का पानी बचाया जा सकता है। विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते अब तक यह नहीं हो सका।
नगर पालिका क्षेत्र में 27 वार्ड हैं। उनमें 13 हजार के करीब मकान निर्माण हो चुके है। 4 हजार ५०० के करीब खली प्लाट नगरपालिका में दर्ज है। वहीं २ हजार ५०० के करीब मकानों के नक्सा पास हुए है। सैकड़ों नक्सा पास होने के लिए नपा कार्यालय में पड़े हैं। रेट वाटर हार्वेस्टिंग की फ ीस 15०० वर्गफु ट से शुरू हो जाती है। लेकिन बारिश के पानी का संरक्षण सिर्फ नक्सा पास तक हैं। नगरपालिका का मानना है कि इससे भू-जल स्तर बढेेगा। शहर की कॉलोनियों में भवन का निर्माण तो किया गया हैं। लेकिन शर्त अनुसार हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाया। 140 वर्ग मीटर से 200 वर्ग मीटर तक के लिए 7 हजार रुपए लगेंगे। 200 वर्ग मीटर से 300 वर्ग मीटर तक के लिए 10 हजार रुपए लगेंगे। 300 वर्ग मीटर से 400 वर्ग मीटर के लिए 12 हजार रुपए लगेंगे। 400 वर्ग मीटर या उससे अधिक के लिए 15 हजार रुपए लगेंगे। सिस्टम के तहत नगर पालिका द्वारा नियमित निरीक्षण किया जाएगा। जिसके तहत पानी एकत्र होने का स्थान, पाइप, कंट्रोल वॉल्व, फ्लेश पाइप, फि ल्टर यूनिट, स्टोरेज हैं। इसके तहत सिस्टम का सत्यापन के बाद टैक्स में अधिकतम 10 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
नगरपालिका क्षेत्र की बड़ी कॉलोनियों में रेन वाटरहार्वेस्टिंग हैं। एरिया के हिसाब से हार्वेस्टिंग के सिस्टम लगाए गए हैं। पुराने भी हार्वेस्टिंग सिस्टम हैं, लेकिन वह बंद पड़े हैं। उनका सर्वे कराया जाएगा। वहां की स्थिति अनुसार संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करके जुर्माना की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही आज बैठक आयोजित की गई हैं, बावडी और पानी स्रोतों की साफ-सफाई की जाएगी।
गीता मांझी, सीएमओ नगरपालिका टीकमगढ़।