
प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो- पत्रिका वेबसाइट)
टोंक जिले में करीब 60 दुकानों पर यह भंडार खोले जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। वर्ष 2015 में भी यह भंडार खोले गए थे। लेकिन सफल नहीं हो पाए, जिसके चलते इन्हें बंद कर दिया गया था। इसके पीछे इन भंडारों पर महंगे प्रोडक्ट जबरन बेचने के लिए रखना सामने आया था। इस बार उपभोक्ताओं की मांग के अनुसार प्रोडक्ट रखे जाएंगे। इसे लेकर पिछले दिनों जयपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई थी, जिसमें अधिकारियों से सुझाव लिए गए थे। इसमें अधिकारियों ने 2015 में योजना के फेल होने की वजह भी बताई थी।
अब जल्द ही शहरवासियों को राशन की दुकानों पर तेल, साबुन और किराना की वस्तुएं मिलेंगी। सरकार ने एक बार फिर राशन की दुकानों पर अन्नपूर्णा भंडार खोलने की तैयारी शुरू की है। इसके लिए पूरे प्रदेशभर से प्रस्ताव मांगे गए हैं। एक अनुमान के मुताबिक प्रदेशभर में करीब 5 हजार दुकानों पर यह भंडार खोले जाएंगे।
इन दुकानों के खुलने से राशन डीलर्स को आय का अतिरिक्त स्रोत मिलेगा। अभी तक वे राशन की दुकानों पर मिलने वाली सामग्री ही बेच रहे थे। हालांकि प्रोडक्ट्स की दरें क्या रहेगी, इस पर सबकुछ निर्भर रहेगा। छोटे-छोटे शहरों में मॉल संस्कृति पनप चुकी है, जहां बाजार के मुकाबले काफी सस्ता सामान मिलता है। ऐसे में सरकार को दरों को जन अनुकूल बनाना होगा। साथ ही सामान भी गुणवत्तापूर्ण रखना होगा।
शहर की कॉलोनियों में राशन की दुकानों पर उपभोक्ताओं को आसान और गुणवत्तापूर्ण किराने का सामान उपलब्ध कराने की तैयारी रसद विभाग की चल रही है। इसके लिए जिले में 60 दुकानों को खोलने का प्रस्ताव भेजा गया है।
अन्नपूर्णा भंडार पर प्रोडक्ट खरीदने के लिए राशन कार्ड की आवश्यकता नहीं होगी। बिना राशन कार्ड ही सामान खरीदा जा सकेगा। कुल 10 प्रोडक्ट बेचान के लिए रखे जाएंगे। इसमें खाद्य तेल, माचिस, तेल, अचार, गुड, बिस्किट, मसाले, साबुन, वॉशिंग पाउडर जैसी घरेलू वस्तुएं शामिल हैं।
Published on:
30 May 2025 01:07 pm
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