भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि शुक्रवार सुबह कोटा के महावीर नगर निवासी परिवादी ने एक परिवाद दिया कि उसकी पत्नी टोंक के विकास विहार निवासी ने महिला थाना टोंक में उसके तथा परिवारजनों के खिलाफ गत 5 मार्च को दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया है।
इसमें एएसआई शंकरलाल की ओर से मामले का निस्तारण करने की एवज में 20 हजार रुपए मांगे जा रहे थे। ऐसे में दोनों के बीच 15 हजार रुपए का लेन-देन तय हुआ। इस बीच शुक्रवार सुबह परिवादी ने एसीबी कोटा की इंटेलीजेंसी इकाई में परिवाद दायर किया। इकाई ने तुरंत ही परिवाद का सत्यापन किया और परिवादी के साथ टोंक में महिला थाने के बाहर पहुंच गई। शिकायत मिलने के कुछ घंटों में ही कार्रवाई को अंजाम दे दिया।
चाय की होटल पर ली राशि
महिला थाने के बाहर पहुंचने पर परिवादी ने एएसआई को फोन किया। उसने बताया कि वह महिला थाने के बाहर लगी चाय की दुकान के समीप बैठा है। एएसआई के बताए अनुसार परिवादी पहुंचा और एसीबी की ओर से दी गई रंग लगी राशि एएसआई को दे दी। इसके तुरंत बाद ही एसीबी कोटा की इंटेलीजेंसी इकाई के उपनिरीक्षक ताराचंद व निरीक्षक चन्द्र कंवर ने आरोपी एएसआई को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।