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ईसरदा बांध से बड़ा अपडेट: 22 गेट बंद कर रोका पानी, दौसा-सवाईमाधोपुर जिले के गांवों को मिलेगा भरपूर पानी

Isarda Dam Update: बनास नदी पर बने ईसरदा बांध से सवाईमाधोपुर, दौसा जिले के गांव व शहर के लोगों के शीघ्र कंठ तर होने की उम्मीद जगने लग गई है।

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टोंक

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kamlesh sharma

Aug 04, 2025

Isarda Dam

Isarda Dam : फोटो पत्रिका

Isarda Dam Update: बनेठा (टोंक)। बनास नदी पर बने ईसरदा बांध से सवाईमाधोपुर, दौसा जिले के गांव व शहर के लोगों के शीघ्र कंठ तर होने की उम्मीद जगने लग गई है। वर्षा का कैचमेंट जरिए में दबाव कम होते ही ईसरदा बांध परियोजना के अधिकारियों व संवेदक कम्पनी के अभियंताओं ने चौकसी व सावधानी के साथ जल संग्रहण के लिए गेटों को बंद करना शुरू कर दिया है जिससे बांध में जल संग्रहण शुरू हो चुका है।

ईसरदा बांध परियोजना के अधिशाषी अभियंता विकास गर्ग ने बताया कि बांध का 95 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। डेम सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन व राज्य सरकार से बांध में जल संग्रहण की अनुमति मिलने के बाद जल संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में बांध के 28 गेटों में से रविवार को 22 गेट बंद कर पानी रोका गया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार एक दो दिन में पूरे 28 गेट बंद कर पानी रोका जाएगा।

पूर्ण चौकसी व सावधानी से निगरानी

साथ ही बांध में जल संग्रहण को लेकर टेस्टिंग कार्य के दौरान पूर्ण चौकसी व सावधानी से निगरानी रखी जा रही है। प्रारंभ में दो गेटो पर 249 लेवल तक करीबन तीन मीटर तक पानी रोक कर प्रारंभिक जांच के लिए टेस्टिंग की गई थी। उसके बाद दो व शनिवार को 12 गेट बंद किए गए। रविवार को 6 अन्य गेट बंद करने से अब 22 गेट बंद हो चुके है। शेष 6 गेटो से पानी की निकासी जारी है।

बीसलपुर का भी व्यर्थ जल रूकेगा

पानी के बांध मे ठहराव के बाद जन अभियान्त्रिकी विभाग द्वारा जल वितरण की योजना साकार हो पाएगी। इस बांध के माध्यम से दौसा जिले के 1 हजार 79 गांव, 5 शहर तथा सवाई माधोपुर जिले के 177 गांव और एक शहरी क्षेत्र में पेयजल की सप्लाई होगी। यह बीसलपुर बांध से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर है।बीसलपुर बांध के भरने के बाद व्यर्थ बहने वाला पानी ईसरदा बांध मे रूकने से यह लाखों लोगों के लिए अमृत साबित होगा। साथ ही इसके पूर्ण होने पर राजस्थान के 13 से भी ज्यादा जिलों की प्यास बुझाने के लिए बनी राम जल सेतु परियोजना ईआरसीपी के अंतर्गत राम जल सेतु परियोजना लाभकारी साबित होगी। साथ ही इससे जयपुर के रामगढ बांध को भरने के लिए भी कार्य योजना जारी है।

बांध परियोजना एक नजर में

डेम- 28 गेट

लंबाई एवं चौड़ाई-15.50 बाई 13 मीटर
गेटों का संचालन- स्काड़ा सिस्टम से

बांध की लंबाई- 623 मीटर
पूर्ण भराव क्षमता-10.77 टीएमसी तथा अधिकतम जलस्तर 262.00 आरएल मीटर