टोंक. राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग की और से आयोजित समान पात्रता परीक्षा (सीईटी) की अंतिम परीक्षा शनिवार को 35 केन्द्रों पर सम्पन्न हुई। परीक्षा में टोंक, दौसा, करौली, बूंदी, नागौर व अन्य राज्य के अभ्यर्थी शामिल हुए। दूसरी पारी की अपेक्षा पहली पारी में अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए।
दोनों पारी के लिए कुल पंजीकृत 26874 में से 20608 अभ्यर्थी ने परीक्षा दी है। पहली पारी में 2709 व दूसरी पारी में 3530 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा कन्ट्रोल रूम प्रभारी सुगर सिंह मीणा ने बताया कि पहली पारी के लिए 13536 व दूसरी पारी के लिए 13311 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षा में कुल 76.71 प्रतिशत उपस्थिति रही है।
मीणा ने बताया कि शनिवार को हुई परीक्षा में पहली पारी के लिए पंजीकृत 13536 में से 10827 अभ्यर्थीयों ने परीक्षा में भाग लिया है। सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक हुई पहली पारी की परीक्षा का 79.99 प्रतिशत उपस्थिति रही। इसी प्रकार दोपहर 2.30 से शाम 5.30 बजे दूसरी पारी में हुई परीक्षा में 73.48 प्रतिशत उपस्थिति रही।
-कड़ी जांच के बाद दिया प्रवेश
केन्द्रों पर परीक्षा देने के लिए सुबह जल्दी ही अभ्यर्थीयों का पहुंचना शुरू हो गया था। विभाग की और से जारी नियमों की पालना में परीक्षा संचालन में लगे कर्मचारी व अधिकारियों की और से कड़ी जांच के बाद ही अभ्यर्थीयों को परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया गया।
-कई लौटे बैरंग
परीक्षा केन्द्र में प्रवेश के लिए निर्धारित समय के बाद पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश नही दिया गया इस कारण कई केन्द्रों से अभ्यर्थी मायूस होकर वापस लौट गए।
-50 बसों से की जाने की व्यवस्था
परीक्षा खत्म होने के बाद वापस अपने गंतव्य की और जाने के लिए टोंक आगार की और से करीब 50 बसों की व्यवथा की गई। आगार प्रबंधक ने रामचरण गोचर ने बताया कि सुबह की पारी में आए अधिकंाश अभ्यर्थी अपने साथ आए दूसरी पारी के अभ्यर्थी की परीक्षा खत्म होने पर साथ गए है। जिससे अधिक यात्री भार बढ़ गया।