read more: बीसलपुर बांध के 18 में से 17 गेट खोले, नजारा देखकर खुश हो जाएंगे आप इसके चलते आधा दर्जन गांवों के 49 बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल प्रबंधन व प्रशासन ने सभी बच्चों की स्कूल भवन में ही रात ठहरने की व्यवस्था की। इस दौरान बच्चों को रात का भोजन व सोने के लिए बिस्तर स्कूल शिक्षकों ने उपलब्ध कराएं।
इधर, शनिवार सुबह खाळ का पानी कम हो जाने पर शिक्षकों ने बच्चों को मानव शृंखला बनाते हुए खाळ पार कराई। बाढ़ नियंत्रण कक्ष कर्मचारी विनोद चौधरी ने बताया कि इस दौरान स्कूल के शिक्षक व ग्रामीण सुरक्षा के लिहाज से मौजूद रहे। स्कूली बच्चें भी खाल पार कर खुश हो उठे।
read more:बनेठा-टोंक मार्ग पर पानी के तेज बहाव में नगों नाले में ट्रैक्टर पलटा, बहती महिला को ग्रामीणों ने बचाया जीएसएस बना मिनी तालाबपलाई. कस्बें सहित क्षेत्र में तेज बरसात होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी है। बरसात से खेतों में खड़ी एवं पकी हुई फसलें भीगने से खराब हो गई है। किसान अब सरकार से मुआवजे की उम्मीद लगाने लगे हैं। अधिक बरसात से पुलिया एवं काशपुरिया रपटे से करीब 5-6 फीट पानी चलने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। तेज बरसात के कारण जीएसएस पलाई में 3-4 फीट पानी भर गया है।
read more:तड़पती रही प्रसूता, स्वास्थ्य केन्द्र पर लगा मिला ताला, सरपंच की सूझबूझ से प्रसूता की बची जान इससे जीजीएस तालाब में परिवर्तित हो गया है। बरसात के बाद पेयजल सप्लाई बंद हो गई है। तेज बरसात के पानी से देवरी, भाकरवाडी, रामपुरिया, झुपडिया, बालापुरा सहित कई गांवों का सम्पर्क टूट जाने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
तेज बारिश से छात्र-छात्राओं का स्कूलों, आंगनबाडिय़ों से सम्पर्क टूट गया है। पानी भरने से कालूराम पुत्र मोतीलाल मीणा निवासी पलाई का कच्चा घर ढहने से उसमें रखा भूसा भीग गया। किसानों ने कलक्टर व एसडीएम से खराब फसलों का शीघ्र सर्वे करवाकर मुआवजा दिलवाने की मांग की है।