19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दुर्गन्ध इतनी कि बंद करने पड़ते हैं दरवाजे, पोषाहार के दौरान छात्राओं को हो जाती है उल्टियां

विद्यालय में अध्ययन करने आने वाली छात्राओं व शिक्षिकाओं को गन्दगी से उठती दुर्गंन्ध का शिकार होना पड़ता है।  

2 min read
Google source verification
विद्यालय के बाहर फैल रही गन्दगी

मालपुरा के डिग्गी गांव में राबामावि के बाहर फैल रही गन्दगी।

मालपुरा. ग्राम पंचायत प्रशासन डिग्गी की अनदेखी के चलते जिले के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल डिग्गी स्थित राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय के तीनों ओर गन्दगी का आलम बना हुआ है, जिसके चलते विद्यालय में अध्ययन करने आने वाली छात्राओं व शिक्षिकाओं को गन्दगी से उठती दुर्गंन्ध का शिकार होना पड़ता है। ग्राम पंचायत एवं प्रशासन की अनदेखी के चलते विद्यालय के चारों और गन्दगी के ढेर लगे हुए हैं।


छात्राओं को दिए जाने वाला पोषाहार भी दुर्गंध युक्त वातावरण में ही करना पड़ता है। प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र नामा ने बताया कि सफाई के लिए कई बार ग्राम पंचायत प्रशासन को अवगत करवाने के बावजूद कोई कार्य नहीं होने से समस्या बनी हुई है। विद्यालय के गेट एवं खिड़कियां बंद कर अध्ययन कार्य करवाना पड़ता है। इस मार्ग से अन्य कई विद्यालयों के विद्यार्थी अध्ययन करने के लिए प्रतिदिन गुजरते है। मालपुरा के डिग्गी गांव में राबामावि के बाहर फैल रही गन्दगी।


दूसरे दिन भी हटाया अतिक्रमण
टोंक. मेहंदवास में दूसरे दिन रविवार को भी दो जेसीबी से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान बस स्टैण्ड से देवली मार्ग पर हाइवे तक सडक़ के दोनों ओर हो रहे अतिक्रमण को हटवाया गया। एसडीओ ने बताया कि लोगों ने मकानों के बाहर घरेलू व निर्माण में काम आने वाली सामग्री डालकर अतिक्रमण किया हुआ था।

इस पर दूसरे दिन भी अतिक्रमण हटाया गया। दो जेसीबी लगाकर मार्ग को चौड़ा किया गया। इससे पहले ग्रामीणों को स्वच्छता व शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित किया गया। एसडीओ जाट ने बताया कि गांव के अन्य मोहल्लों में हो रहे अतिक्रमण भी हटवाया जाएगा, जिससे कि पंचायत स्वच्छ व सुन्दर दिख सके।

इस मौके पर गिरदावर रामलाल जाट, पटवारी राजेन्द्र जांगिड़, ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष राजाराम यादव, पूर्व सरपंच प्रहलाद चावला, वार्ड पंच हनुमानसिंह, कनिष्ठ लिपिक लादूलाल सैन, सचिव माया कुमावत, रामदेव लुहार आदि मौजूद थे।