28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रक्षाबंधन: शहर से लेकर गांव तक बाजारों में सजे राखी बाजार, अच्छी खरीदारी से व्यापारी भी हुए खुश

जिलेभर में शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भाई बहन के स्नेह व पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षा बंधन बुधवार को मनाया जाएगा। बहन अपने भाई की लम्बी उम्र की कामना को लेकर शुभ मुर्हुत में कलाई पर रक्षा सूत्र बांधेगी। बदले में भाई भी रक्षा का वचन दे बहन को उपहार आदि भेंट करेंगे। बाजार में रौनक होने से व्यापारियों में उत्साह है। व्यापारियों का कहना है कि लोग अच्छी खरीदारी कर रहे हैं।  

3 min read
Google source verification
रक्षाबंधन: शहर से लेकर गांव तक बाजारों में सजे राखी बाजार, अच्छी खरीदारी से व्यापारी भी हुए खुश

रक्षाबंधन: शहर से लेकर गांव तक बाजारों में सजे राखी बाजार, अच्छी खरीदारी से व्यापारी भी हुए खुश

टोंक. जिलेभर में शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भाई बहन के स्नेह व पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षा बंधन बुधवार को मनाया जाएगा। बहन अपने भाई की लम्बी उम्र की कामना को लेकर शुभ मुर्हुत में कलाई पर रक्षा सूत्र बांधेगी। बदले में भाई भी रक्षा का वचन दे बहन को उपहार आदि भेंट करेंगे।

रक्षाबंधन को लेकर शहर से लेकर गांव तक के बाजारों में सजी रंग-बिरंगी राखी की दुकानों पर बहनों भाई की कलाई पर सजाने के लिए मनपसंद की राखियों की खरीदारी की। वहीं भाई भी बदले में बहन को उपहार देने के लिए कपड़े, मोबाइल, घड़ी सहित अन्य सामान खरीद रहे हैं तो कुछ भाई अपनी बहन के लिए चॉकलेट, केक आदि ले रहे है।

दुकानों पर महंगी से महंगी और सस्ती से सस्ती राखियां उपलब्ध रहीं। बाजार में 5 रुपए से लेकर 300 रुपए तक की राखी बाजारों में बिक रही है। इसके अलावा डायमण्ड, जरकन, चांदी, कुन्दन, आदि की भी राखियां 700 से 1000 रूपए तक बिक रही है। जिनके भाई दूर दराज नौकरी व व्यवसाय करते हैं, उनको डाक व कोरियर से बहनों की ओर से पहले ही राखियां भेजी जा चुकी है।

बाजार में रौनक होने से व्यापारियों में उत्साह है। व्यापारियों का कहना है कि लोग अच्छी खरीदारी कर रहे हैं। इस बार भी बाजार में राखी के कई नई डिजाइनें आई है। पिछली बार की अपेक्षा इस बार कीमतों में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होने के बाद भी भाई बहन के प्यार के प्रतीक पर्व के आगे राखी सहित अन्य सामान की की अच्छी बिक्री हो रही है।

गत वर्ष गोला (खोपरा) का भाव 200 से 220 रूपए प्रतिकिलों था जो इस बार घटकर 100 से 120 रूपए रह गया है। इसी प्रकार पानी का नारियल भी गत वर्ष के मुकाबले 5 से 10 रूपए कम बिक रहा है। मिठाई व राखी की दुकानों के साथ-साथ पानी नारियल, गोला (खोपरा), नमकीन, कपड़ों की दुकानों पर भी रौनक नजर आई।
पर्व को लेकर दो दिन पूर्व से ही बसों में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई। यात्रियों के बढ़े यात्रीभार से रोडवेज को भी इनकम अच्छी इनकम हो रही है। सरकार की घोषणा के अनुसार रक्षाबंधन पर राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में महिलाओं को नि:शुल्क यात्रा का लाभ दिया जाएगा।

ये है राखी बांधने का मूहुर्त

प. बृजराज शर्मा के अनुसार द्वितीय श्रावण शुक्ला चौदस बुधवार को रक्षा बन्धन है। रक्षा बन्धन भद्रा रहित व तीन मुहूर्त से अधिक उदयकाल व्यापिनी पूर्णिमा के अपरान्ह या प्रदोश काल में राखी बांधना चाहिए। ध्यान रहे रक्षा बन्धन में रक्षा बन्धन में चौघडिय़ा या लग्न शुद्धि का विचार नहीं किया जाता है। भद्रा को छोडकऱ पूर्णिमा के अपरान्ह या प्रदोष काल को श्रेष्ठ समय माना गया है। सम्वत 2080 तद्नुसार 30 अगस्त 2023 ई को रात्रि 9.01 मिनट तक भद्रा होने से रात्रि 9.02 मिनट के पश्चात ही राखी बांधी जानी चाहिए।

रक्षाबंधन पर भद्रा का साया, दो दिन मनेगा त्यौहार

पीपलू रक्षाबंधन हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष पूर्णिमा दो दिन तक रहेगी। पंडित महेन्द्र दाधीच ने बताया कि पूर्णिमा तिथि बुधवार की शाम को शुरू होकर अगले दिवस गुरुवार अगस्त तक रहेगी। इसकी वजह से इस बार रक्षाबंधन पर्व दो दिवसों तक मनाया जा सकेगा। रक्षाबंधन पर्व पर शुभ मुहूर्त देखकर ही भाई की कलाई पर राखी बांधी जाती है। इस साल बुधवार को सुबह से रात तक भद्रा रहेगी। ऐसे में जो लोग रात को राखी बांधना चाहते हैं वह रात 9 बजे के बाद रक्षाबंधन का पर्व मना सकते हैं। वहीं जिन घरों में रात को राखी का त्योहार नहीं मनाया जाता है वह लोग 31 अगस्त को सुबह 7.05 बजे से पहले राखी बांध सकते हैं। क्योंकि इसके बाद भाद्रपद की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी।