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जिले के सबसे बड़े विद्यालय में शिक्षकों की लेटतलीफी आई सामने, 1421 में से महज 350 विद्यार्थी प्रार्थना सभा में हुए शामिल

शिक्षकों की लेटलतीफी व अन्य कार्यों में लापरवाही का मामला मंगलवार सीडीईओ समग्र द्वारा किए गए निरीक्षण में सामने आई है।

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जिले के सबसे बड़े विद्यालय में शिक्षकों की लेटतलीफी आई सामने, 1421 में से महज 350 विद्यार्थी प्रार्थना सभा में हुए शामिल

जिले के सबसे बड़े विद्यालय में शिक्षकों की लेटतलीफी आई सामने, 1421 में से महज 350 विद्यार्थी प्रार्थना सभा में हुए शामिल

टोंक. जिले के बड़े राजकीय स्कूलों में शामिल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कोठी नातमाम में शिक्षकों की लेटलतीफी व अन्य कार्यों में लापरवाही मंगलवार को किए गए निरीक्षण में सामने आई है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक के निर्देशों की पालना में सुबह 7 बजकर 35 मिनटर पर सीडीईओ समग्र शिक्षा शिव राम सिंह यादव के नेतृत्व में निरीक्षण दल के सदस्यों ने राउमावि कोठी नातमाम का आकस्मिक निरीक्षण किया।

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उन्हें कुल 44 शिक्षकों में से केवल 5 कार्मिक ही 7 बजकर 40 मिनट पर उपस्थित पाए गए। वहीं 7 बजकर 50 मिनट तक प्रार्थना भी शुरू नहीं हुई थी। कुल नामांकित 1421 में से 350 विद्यार्थी ही प्रार्थना में उपस्थित थे। संस्थाप्रधान दिनेश शर्मा भी 8 बजकर 10 मिनटर पर विद्यालय पहुंचे। संस्था प्रधान के पास कक्षा परिवीक्षण पंजिका उपलब्ध नहीं पाई गई। संस्थाप्रधान की ओर से समय विभाग चक्र भी नहीं उपलब्ध करवाया गया।

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अध्यापक दैनिक डायरी भी उपलब्ध नहीं करवाई गई। इसके अलावा किसी भी प्रकार की रोकड़ पंजिका भी अद्योहस्ताक्षरकर्ता को उपलब्ध नहीं करवाई गई। कक्षा 1 से 5 तक केवल 22 बालक-बालिकाएं ही नामांकित है। इसमें से भी केवल 14 ही उपस्थित पाए गए।

बोर्ड कक्षाओं का पाठ्यक्रम चित्रकला, संस्कृत विषयों का अभी तक अपूर्ण है। अधिकांश छात्र परिसर में कालांश समय में भी इधर-उधर घूमते हुए एवं बैठे हुए पाए गए। अधिकांश कक्षाएं अध्यापक विहिन पाई गई। ज्यादातर शिक्षक कक्षाओं में बैठे- बैठे ही पढ़ा रहा थे। सभी शिक्षकों के पास मोबाइल फोन पाया गया।

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संस्था प्रधान किसी भी रिकॉर्ड के बारे में संतुष्ट नहीं कर पाए और ना ही रिकॉर्ड उपलब्ध करवा पाए। प्रथम टेस्ट की काफियां भी नहीं जांची गई। सन्दर्भ कक्ष बंद पाया गया साथ ही दोनों विशेष शिक्षक भी अनुपस्थित पाए गए। आइसीटी लैब भी सुव्यवस्थित नहीं पाई गई। विद्यालय में जो कार्मिक समय पर उपस्थित नहीं पाए गए उनके खिलफ नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए सम्बन्धित संस्थाप्रधान को निर्देश भी दिए गए।