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मानसून की मेहरबानी: अब तक खुला है बीसलपुर बांध का एक गेट

बीसलपुर बांध कंट्रोल रूम के अनुसार बीसलपुर बांध के एक गेट से भी अभी भी 0.20 सेंटीमीटर खोलकर 1202 क्यूसेक पानी की प्रति सैकंड से निकासी की जा रही है।

टोंक

Santosh Trivedi

Sep 27, 2024

मानसून में बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में हुई झमाझम बरसात के चलते बांध इस बार लबालब हुआ। इसके बाद गुरुवार को 21वें दिन भी बांध से एक गेट से पानी की निकासी जारी रही। वहीं गुरुवार को मौसम में आए अचानक बदलाव से कई इलाकों में हल्की बरसात भी हुई। पिछले वर्ष मानसून की बरसात कई दिनों तक चली, लेकिन बांध लबालब नहीं हो सका था।

बीसलपुर बांध कंट्रोल रूम के अनुसार बीसलपुर बांध के एक गेट से भी अभी भी 0.20 सेंटीमीटर खोलकर 1202 क्यूसेक पानी की प्रति सैकंड से निकासी की जा रही है। हालांकि बुधवार को बांध के गेट नंबर 9 से 0.10 मीटर खोलकर 601 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी, जिसे गुरुवार को 0.10 मीटर बढ़ाकर गेट को 0.20 मीटर कर 1202 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। त्रिवेणी का अभी भी 2.90 मीटर का गेट बनकर बह रही है। सिंचाई विभाग के अनुसार इस साल टोंक जिले में 1092 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

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उल्लेखनीय है कि बीसलपुर बांध के 6 सितम्बर सुबह 11 बजे दो गेट खोलकर निकासी शुरू की गई। आवक बढ़ने पर बांध के दो गेट शाम 4 बजे और रात को दो गेट और खोलकर 6 गेटों से पानी की निकासी की गई। जलग्रहण क्षेत्र से जुड़ी बनास नदी का बीसलपुर बांध के भरने में अहम योगदान रहता है। इसके अलावा खारी एवं डाई नदी का भी विशेष महत्व है। अगर आंकड़ों में देखा जाए तो जब भी बीसलपुर बांध भरा है तब बनास नदी से पानी की अच्छी आवक हुई तब ही संभव हो पाया है। इस बार बीसलपुर बांध भरने के बाद पेयजल एवं सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मौजूद है।02:04 PM