टोंक. अतिशय क्षेत्र निमोला में दो दिवसीय मेले के तहत रविवार को सुबह पांच मंदिर पुरानी टोंक से पदयात्रा रवाना हुई। समाज के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी राजेश अरिहंत ने बताया की पदयात्रियों ने पांच मंदिर के दर्शन किए सरावगी समाज के अध्यक्ष रमेश छाबड़ा, प्रदीप सोनी , पदम अलीयारी, प्रकाश पटवारी, नरेश चौधरी आदि ने माला दुपट्टा पहना कर गाजे-बाजे के साथ पदयात्रा को रवाना किया।
पदयात्री केसरिया ध्वज हाथों में लिए भगवान पाŸवनाथ के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे । पदयात्रा कचोलिया , सोनवा , अरनिया माल होते हुए निमोला पहुंची। श्री आदिनाथ जैन युवा मंच अमीरगंज के द्वारा पदयात्रियों का रास्ते में स्वागत किया गया।
पदयात्रा का कचोलिया ग्राम में महाशिव विद्या मंदिर के निदेशक अमृत लाल शर्मा द्वारा भव्य स्वागत किया गया। सोनवा पहुंचने पर पद यात्रियों ने सोनवा जैन मंदिर के दर्शन किए जहां पर स्थानीय समाज ने पदयात्रियों को अल्पाहार कराकर स्वागत किया।
पदयात्री भगवान पारसनाथ के भजन गाते हुए निमोला पहुंचे जहां सभी ने भगवान पाŸवनाथ के दर्शन कर श्री फल चढ़ाए । पद यात्रियों में पुरानी टोंक, हाउसिंग बोर्ड, बड़ा कुआं , सिविल लाइन आदि क्षेत्र के श्रद्धालुओं सहित अनिल कासलीवाल, मनोज, पारस , मनीष, जीतू, पंकज, शिखर, राहुल, लक्ष्मी, सुनीता, इंदिरा ,तृप्ति, बीना, रचना आदि श्रद्धालु मौजूद थे।
सायंकाल भगवान पाŸवनाथ की 108 दीपकों से संगीतमय महाआरती कर भक्तामर के पाठ किए गए। भजन संध्या में महिलाओं ने भक्ति नृत्य प्रस्तुत किए। रात्रि को टोंक , निवाई, मालपुरा , टोडा, नगर, नैनवा के गायक कलाकारों द्वारा भजन प्रस्तुत किए गए।
मेले के तहत निमोला जैन मंदिर को दुल्हन की भांति बहुत सुंदर सजाया गया। मेला परिसर में पधारने वाले अतिथियों के लिए विशाल पांडाल लगाया गया। मेले की विभिन्न तैयारियों में समाज बंधु तन मन से जुटे रहे। अतिशय क्षेत्र निमोला के अध्यक्ष कपूरचंद पाटोदी एवं मंत्री बाबूलाल जैन ने बताया कि सोमवार को प्रात: भगवान पारसनाथ का अभिषेक, शांतिधारा, शांति-मंडल विधान की पूजा, महाअध्र्य एवं बोलियों के पश्चात श्री जी की विशाल रथयात्रा निमोला ग्राम में निकाली जाएगी। इसके बाद श्री जी को समोशरण में विराजमान कर कलशाभिषेक किए जाएंगे।