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Rajasthan: कैंसर पीड़ित पिता से मिलकर लौट रहे इकलौते बेटे-भतीजे की मौत, जयपुर-कोटा हाईवे पर हुआ हादसा

एक ही परिवार के दो जवान भाइयों की मौत से परिवार में मातम छा गया।

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Photo- Patrika Network (File Photo)

टोंक जिले के दूनी कस्बा क्षेत्र की ख्वासपुरा ग्राम पंचायत में स्थित ढीकला गांव निवासी चचेरे भाइयों की शनिवार रात सड़क हादसे में मौत हो गई। एक ही परिवार के दो जवान भाइयों की मौत से परिवार में मातम छा गया। जानकारी के अनुसार, कैंसर से जूझ रहे जयपुर अस्पताल में भर्ती पिता से मिलकर चचेरे भाई के साथ बाइक पर गांव लौट रहे इकलौते बेटे समेत दोनों भाइयों की सड़क हादसे में मौत हो गई। यह हादसा शनिवार देर रात को घाड़ थाना क्षेत्र से जयपुर-कोटा नेशनल हाईवे-52 पर गैरोली मोड़ के पास हुआ।

जहां पीछे से अज्ञात वाहन ने इनके टक्कर मार दी। इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसकी जानकारी लोगों से मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस से दोनों युवकों को लहूलुहान हालात में दूनी अस्पताल लाया गया। जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया। रविवार को पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। शव लेकर लोग घर पहुंचे तो परिजनों का और रो रो कर बुरा हाल हो गया। दोपहर को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।

ख्वासपुरा के प्रशासक हेमराज मीणा ने बताया कि पंचायत क्षेत्र के ढीकला निवासी इकलौता बेटा हरिराम मीणा (22) गुजरात में एक फैक्ट्री में काम करता था। करीब सात दिन पहले उसके पिता रमेश चंद मीणा की तबियत खराब हो गई। उन्हे कैंसर की शिकायत है। ऐसे उसके पिता को हरिराम का चचेरा रायराम मीणा (30) पुत्र सुंदर लाल मीणा आदि ने जयपुर महावीर कैंसर अस्पताल में भर्ती कराया था।

इसका पता लगने के बाद रमेश चंद मीणा का इकलौता पुत्र हरिराम भी 27 अगस्त को पिता को संभालने जयपुर पहुंचा। जहां पिता से मिलकर शनिवार रात को हरिराम मीणा अपने चचेरे भाई रायराम के साथ जयपुर से बाइक पर गांव लौट रहा था।

इस दौरान रात करीब साढ़े 11 बजे गांव से करीब 25 किमी पहले रास्ते में जयपुर-कोटा नेशनल हाइवे पर पीछे से अज्ञात वाहन ने इनके टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों चचेरे भाइयों की मौके पर ही मौत हो गई। बाद में उन्हे दूनी अस्पताल लाया गया, जहां औपचारिक रूप से उन्हे मृत घोषित कर दिया। सरपंच हेमराज मीणा समेत ग्रामीणों ने दोनों मृतकों के परिजनों को गरीबी हालात के चलते आर्थिक सहायता देने की मांग की है।

इकलौते बेटा था अविवाहित

ग्रामीणों ने बताया कि इकलौते बेटा हरिराम अविवाहित था। जबकि उसका चचेरा भाई रामराय शादीशुदा था। उसके चचेरे भाई रामराय के दो लड़कियां और दो लड़के है। इकलौते बेटे के एक छोटी बहन है।