पुलिस सूत्रों ने बताया कि उक्त वारदात पेंच की बावड़ी टोल प्लाजा से आगे देवली मार्ग पर हुई। इसमें पीडि़त व विकास अधिकारी है, जो अपनी कार से झालावाड़ से जयपुर जा रहे थे। इस बीच हनुमाननगर क्षेत्र में एक बिना नम्बर वाली कार आई, जिसने पीडि़त की कार को रुकवा दिया। इस दरम्यान कार सवार तीन-चार जनों ने विकास अधिकारी को अपने एक साथी को जयपुर तक लिफ्ट देने की बात कही। वहीं पीछे से एक अन्य युवक कार में बैठ गया।
जिसने विकास अधिकारी के सिर पर बंदूक तान दी। आरोपियों ने बंदूक की नोक पर पीडि़त के पास से ढाई लाख रुपए नकद, कपड़ों से भरा बैग व मोबाइल लूट लिया। वारदात के बाद आरोपी कार लेकर ओझल हो गए। इसके बाद घबराए विकास अधिकारी सरोली मोड़ तक चले गए। जहां उन्होंने लोगों को अपने साथ हुई वारदात बताई।
लेकिन थाना क्षेत्र हनुमाननगर होने के चलते पीडि़त पुन: देवली आया। यहां थाने आकर पीडि़त ने पुलिस को अपनी आपबीती साझा की। लेकिन इस दौरान पीडि़त बुरी तरह घबराएं हुए थे, जिन्हें पुलिस ने शनिवार सुबह आकर रिपोर्ट देने को कहा। उधर, पीडि़त की रिपोर्ट लेकर पुलिस जांच में जुट गई। पुलिस टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। लेकिन दिन दहाड़े लूट की घटना से हनुमाननगर पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह् लग रहा है।