घटना के बाद आरोपी महिला मौके से फरार हो गई। इसका मामला कोतवाली थाने में दर्ज कराया गया है। पीडि़ता संथली निवासी गीता है। वह प्रसव पीड़ा पर जनाना अस्पताल में भर्ती हुई थी। शुक्रवार को उसके पास मेहरूम कलर के सलवार कमीज पहने एक महिला आई और स्वयं को नर्स बताया। बाद में आरोपी महिला गीता को सोनोग्राफी के लिए ले गई। जहां बीच में आरोपी महिला ने कहा कि सोनोग्राफी कक्ष में आभूषण नहीं ले जाने दिए जाएंगे।
ऐसे में गले में पहने हुए सोने के मांदलिए खोलने को कहा। इस पर गीता ने दो तौला सोने के मांदलिए उसे दे दिया। बाद में आरोपी महिला ने गीता को सोनोग्राफी कक्ष में भेजा और कुछ देर में आने को कहकर फरार हो गई। काफी देर तक भी वह नहीं आई तो गीता ने परिजनों को इसके बारे में बताया। बाद में कोतवाली थाना पुलिस ने आरोपी महिला की तलाश की, लेकिन वह हाथ नहीं लग पाई। पुलिस ने गीता की ओर से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
जनाना अस्पताल में प्रसुताओं के गहने ले जाने की ये सालभर में चौथी वारदात है। तीन महीने पहले भी चंदलाई निवासी एक महिला के गहने एक महिला स्वयं को नर्स बताकर ले गई थी। अब से पहले हुई तीनों वारदातों का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। इसका कारण है कि जनाना अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए हैं। ऐसे में अस्पताल में आने वालों को पहचाना मुश्किल है। वहीं अस्पताल में भले ही पुरुषों पर पाबंदी है, लेकिन महिला प्रसुता की परिजन बनकर अंदर तक चली जाती है।