Lockdown turns blessing in disguise : कोवीड-19 की चलते फिर यह जगह नेचर की हवाले हो गयी। इसका असर सोने पे सुहागा रहा। दो सालों में फिर एक बार नेचर की खूबसूरती से सराबोर हुआ माया बे। साल 2022 में कुछ प्रतिबंद की साथ माया बे की दरवाज़े टूरिस्ट्स की लिए एक बार फिर खुले। यहां प्रत्येक दिन आने वाले लोगों की संख्या पर सख्त प्रतिबंध लगा।
मरीन बायोलॉजिस्ट नांटिफाट सीचाओ का कहना है ‘पहले यहां टूरिस्ट पेड़ पोधो को और जानवरों को नुक्सान पंहुचाते थे सात ही बहुत सारा प्लास्टिक और भी कई तरह का कूड़ा फैला दिया करते थे। इसके अलावा मोटरबोट से हुए प्रदूषण ने भी इस जगह की नेचुरल खूबसूरती को बर्बाद कर दिया था।’ लोकल विलेजर्स और नांटिफाट सीचाओ जैसे बायोलॉजिस्ट की मदद से माया बे को फिर एक बार अपना अस्तित्व मिला और यहां की पेड़ों की हरियाली, समुद्री जीवों की वापसी और कई टन कूड़े की सफाई मुमकिन हुई। सीचाओ ने आगे कहा की थाई सरकार ने 2018 में टूरिस्ट्स के लिए माया बे को बैन किया, उसके बाद कोवीड लॉकडाउन के दौरान फिर माया बे को सांस लेने का मौका मिला।