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‘रावण’ का किरदार निभाने के लिए Arvind Trivedi को मिली थी ऐसी सजा! अयोध्या के हनुमान मंदिर में नहीं मिला था प्रवेश

रामानंद सागर की 'रामायण' (Ramayan) में अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) ने 'रावण' का किरदार निभाया था, लेकिन इसी किरदार की वजह से उनको अपने जीवन में काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा था। उनको मंदिरों में दर्शन नहीं करने दिए जाते थे।

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Vandana Saini

Oct 07, 2022

'रावण' का किरदार निभाने के लिए Arvind Trivedi को मिली थी ऐसी सजा

'रावण' का किरदार निभाने के लिए Arvind Trivedi को मिली थी ऐसी सजा

90 के दशक से भी पहले ही रामानंद सागर की 'रामायण' (Ramayan) की शुरुआत हो चुकी थी। हिंदू माइथोलॉजी पर बने इस शो का पहला एपिसोड साल 1987 में टीवी पर टेलीकास्ट किया गया था, जिसने लोगों के बीच ऐसा तहलाका मचाया कि शो के शुरु होने से पहले ही लोग अपने घरों का काम खत्म कर रामायण देखने टीवी के आगे बैठ जाया करते थे। उस जमाने में ज्यादातर लोगों के बीच टीवी नहीं हुआ करता था, लेकिन फिर भी लोग उन पड़ोसियों के घर जाकर इस शो के हर एक एपिसोड का आनंद लिया करते थे। इस शो का क्रेज उस जमाने लोगों के सर चढ़कर बोला करता था, जो आज भी काफी पसंद किया जाता है। आज भी लोग 'रामयण' देखना बेहद पसंद करते हैं।

बताया जाता है कि जब शो में अरुण गोविल (Arun Govil) का 'भगवान राम' और दीपिका चिखलिया (Dipika Chikhlia) का 'माता सीता' का किरदार आया करता था, तो लोग उनकी आरती उताने के साथ-साथ टीवी छूकर आशिर्वाद लिया करते थे। ऐसे में जब ही अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) ने 'रावण' का किरदार आया करता था गुस्से से देखा करते थे।

इतना ही नहीं अपने इन्हीं किरदारों की वजह से शो के स्टार्स को पब्लिक में काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता था। कोई एक्टर को सच में श्री राम की नजरों से तो एक्ट्रेस को माता सीता की तरह देखा करते थे। ऐसा ही कुछ 'रावण' यानी अरविंद त्रिवेदी के साथ भी हुआ। इस किरदार की वजह से उनको असल जीवन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था।

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बताया जाता है कि उनको उनके इस किरदार की वजह से मंदिरों में एंट्री नहीं दी जाती थी। वो राम भक्त हनुमान के दर्शन नहीं कर पाते थे। इतना ही नहीं अरविंद भी भगवान राम के भक्त है और उन्होंने शो में केवल एक किरदार निभाया था ये साबित करने के लिए उनको घर की दिवारों पर रामायण की चौपाइयां लिखवानी पड़ी थीं, जो काफी हैरान कर देने वाली बात है।

सीरियल में अरविंद को अपना किरदार निभाते हुए कई बार भगवान राम के लिए अपशब्द कहने पड़ते थे। उन्होंने राम को 'मरकट' और 'वन वन भटकता वनवासी' जैसे शब्द कहे थे, जिसकी वजह से उनको लोगों की नफरत का सामना करना पड़ा था। बताया जाता है कि इसी वजह से साल 1994 में उनको अयोध्या के हनुमान गढ़ी में संकट मोचन के दर्शन नहीं करने दिए गए थे।


बताया जाता है कि संकट मोचन मंदिर के प्रमुख पुजारी रेवती बाबा ने उनको देखते ही मना कर दिया था और कहा था कि 'इन्होंने भगवान राम का बार-बार अपमान किया है। इसलिए मैं इन्हें दर्शन नहीं करने दूंगा', जिसके बाद अरविंद के बार-बार प्रार्थना करने पर भी पुजारी ने उनकी बात नहीं मानी और एक्टर को बिना दर्शन के ही घर वापस लौटना पड़ा। इस घटना ने एक्टर का इतना दिल दुखाया था।

उनको अपने लिए काफी बुरा महसूस हुआ था और उनको ये बात खलने लगी थी कि उन्होंने सीरियल में भगवान राम के लिए अपमानजनक शब्द कहे थे। इसका प्रायश्चित करने के लिए अरविंद त्रिवेदी ने अपने घर की दीवारों पर रामायण के दोहे और चौपाइयां लिखवा डाली थीं। साथ ही घर के बाहर 'श्री राम दरबार' का बड़ा-सा बोर्ड लगवा लिया था और पक्के वाले राम भक्त बन गए थे।

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